Microsoft’s Cloud Computing Platform Faces Problems : एक साथ कैसे ठप पड़ गई दुनिया की सायबर तकनीक …?
माइक्रोसॉफ्ट बोला- सायबर अटैक नहीं, क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म में आई दिक्कत, हर एक एक कम्पयूटर सिस्टम को रिबूट करना होगा
नवप्रदेश डेस्क। Microsoft’s Cloud Computing Platform Faces Problems : दुनिया भर से तकनीकी समस्याएं सामने आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने बयान जारी कर बताया कि उनके क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म में शाम 5 बजकर 56 मिनट पर समस्या शुरू हुई। इसके चलते उससे जुड़े सिस्टम प्रभावित हुए हैं। BBC के मुताबिक इस समस्या का समाधान आसान नहीं है। इसे किसी सेंट्रल कमांड से ठीक नहीं किया जा सकता है। इसे सुधारने के लिए हर एक कम्पयूटर सिस्टम को रिबूट करना होगा। लोगों को यह तकनीकि गड़बड़ियों के बाद हॉलीवुड मूवी टर्मिनेटर का सायबर अटैक जैसे लग रही है।
अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक समस्या क्राउड स्ट्राइक नाम की एक कंपनी के चलते हुई है। ये साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी कंपनी है। इसके सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल दुनियाभर में किया जाता है। ताकि सिस्टम को हैकर्स और किसी भी तरह की घुसपैठ से बचाया जा सके। रिपोर्ट्स के मुताबिक समस्या तब शुरू हुई जब क्राउस स्ट्राइक सॉफ्टवेयर अपडेट कर रहा था।
यह होती है क्लाउड कंप्यूटिंग
क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी कंप्यूटर सुविधा है जिसमें सर्वर, स्टोरेज, डेटाबेस, नेटवर्किंग, सॉफ्टवेयर, एनालिटिक्स और इंटेलिजेंस सेवाएं मिलती है। इन सेवाओं के लिए ग्राहकों के कंप्यूटर को क्लाउड सर्वर से इंटरनेट के जरिए जोड़ा जाता है। सेवाओं के बदले में ग्राहकों को भुगतान करना होता है। इंटरनेट के माध्यम से मिलने वाली इन सेवाओं का मकसद तेज और आसान तरीके से सुविधाओं को प्रदान करना होता है।
सिस्टम ठप होने से ऐसी दिक्कतें
- ब्रिटेन के ग्रॉसरी स्टोर्स पर मैसेज लगाकर कार्ड से पेमेंट न करने की गुजारिश की जा रही है।
- सर्च वेबसाइट बिंग ने भी काम करना बंद कर दिया है। वेबसाइट पर यह मैसेज फ्लैश किया जा रहा है।
- करेंसी एक्सचेंज में भी रिकवरी और मेंटेनेंस से जुड़ा मैसेज फ्लैश किया गया।
- ब्रिटेन में कई स्टोर्स पर कार्ड पेमेंट सिस्टम ठप पड़ गया है।
- ट्रेन, प्लेन और ऑनलाइन बस सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित
- ब्रिटेन के न्यूज चैनल स्काई न्यूज का टेलिकास्ट भी बंद हो गया है।
- पूरे यूरोप के एयरपोर्ट्स में फ्लाइट सेवाएं ठप हो गई हैं।
- अमेरिका, ब्रिटेन और भारत जैसे कई देशों में 1 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं।