Medicines Became Expensive : इलाज के लिए करना पड़ेगा ज्यादा खर्च, क्योंकि कुछ दवाएं होंगी अब और भी महंगी
नई दिल्ली, नवप्रदेश। अगर आपके घर में दवाओं की जरूरत ज्यादा पड़ती है तो यह खबर आपके लिए है, क्योंकि दिल की बीमारियों और डायबिटीज से जुड़ी जरूरी दवाओं की कीमत जल्द ही बढ़ने वाली है। दूसरी ओर इन दवाओं की कीमत 10 % फीसद तक बढ़ सकती है,
जहां सरकार 2022 के थोक मूल्य सूचकांक में बदलाव के तहत आवश्यक दवाओं की कीमतों में 12.2 % फीसद तक की बढ़ोतरी की इजाजत देने वाली (Medicines Became Expensive) है। वहीं इस बड़े बदलाव के कारण 27 बीमारियों से जुड़ी दवाओं के 900 फार्मूलेशन से संबंधित 384 मॉलेक्यूल की कीमत 12 % फीसद तक बढ़ जाएगी,
साथ ही गैर जरूरी दवाओं के दामों में 10 % फीसद की बढ़ोतरी होगी। आज हम आपको दवाओं के दामों में होनी वाली इसी बढ़ोतरी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इन बीमारियों से जुड़ी दवाओं के बढ़ेंगे दाम
बात करें अगर आवश्यक दवाओं के दामों में बढ़ोतरी की तो आईपीएम की दवाओं में 6 % फीसद, कार्डियक की दवाओं में 6.5 % फीसद, एंटी इंफेक्शन की दवाओं में 4.4 % फीसद, विटामिंस की दवाओं में 6.1 %फीसद, चर्म रोग की दवाओं में 6.3 % फीसद की बढ़ोतरी देखने को (Medicines Became Expensive) मिलेगी।
इस तारीख से बढ़ेंगे दवाओं के दाम
बता दें कि दवाओं के दामों में यह बढ़ोतरी होलसेल प्राइस इंडेक्स( WPI) में बदलाव के आधार पर होगी, जहां 1 अप्रैल से पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक और दिल की बीमारियों से जुड़ी दवाएं महंगी हो जायेंगी।
इसके साथ ही आंखों से संबंधित और गायनेकोलॉजी से जुड़ी दवाओं के दाम भी क्रमशः 6.9 % फीसद और 5.9 % फीसद तक (Medicines Became Expensive) बढ़ेंगे।
ऐसे पड़ेगा जनता पर असर
मौजूदा समय में दिल की बीमारियों और डायबिटीज के मरीज देश में सबसे अधिक मात्रा में है, जहां इस बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर उनके ऊपर पड़ने वाला है, वहीं महंगाई के साथ अब उन्हें दवाओं के महंगे होने की मार भी झेलनी पड़ेगी।
दूसरी ओर इस बढ़ोतरी को नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने मंजूरी दे दी है, जिसके कारण फार्मा कंपनी जल्द ही दवाओं के दामों को बढ़ायेंगी।