MD Drug In Gym : नशे का नया जाल…जिम में फिटनेस के नाम पर लड़कियों को फंसाते थे एमडी सप्लायर

MD Drug In Gym
MD Drug In Gym : राजधानी की चकाचौंध और फिटनेस के जुनून के पीछे एक खौफनाक साजिश पनप रही थी। क्राइम ब्रांच ने शहर के दो युवकों सैफुद्दीन और शाहरुख को गिरफ्तार कर उस जाल का पर्दाफाश किया, जो क्लब, जिम और पार्टी कल्चर की आड़ में युवा पीढ़ी को अंदर ही अंदर खोखला कर रहा था।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के पास से 15 ग्राम एमडी ड्रग्स, एक स्कूटी और मोबाइल बरामद हुआ है। जब्त नशे की कीमत बाजार में करीब तीन लाख रुपये बताई गई है। पुलिस का दावा है कि यह सिर्फ शुरुआत है – असली जड़ें अभी सामने आनी बाकी हैं।
जिम से क्लब तक – एक चेन जैसी सप्लाई लाइन
पूरे नेटवर्क की कार्यप्रणाली चौंकाने वाली है। आरोपियों ने युवाओं, खासकर जिम जाने वाली लड़कियों को टारगेट करना शुरू किया। उन्हें वजन कम करने के नाम पर एमडी पाउडर मुफ्त में दिया गया। एक बार आदत पड़ने के बाद वही ड्रग्स(MD Drug In Gym) महंगी कीमत पर बेचे जाते।
कई लड़कियों का इस्तेमाल पार्टी क्लब्स में “मुख्य आकर्षण” के तौर पर किया गया – उन्हें इस कदर फंसा लिया गया कि वापस लौटने की कोई राह नहीं बची। यह पूरा तंत्र चेन मार्केटिंग की तरह चलता था एक आदी शख्स आगे एक और को जोड़ता, जिससे उसकी अपनी “डोज़” बनी रहे।
डॉक्टरों की भूमिका भी संदेह के घेरे में
जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ मनोचिकित्सकों ने भी कथित तौर पर डिप्रेशन का इलाज करने के नाम पर युवाओं को ऐसी दवाइयां दीं, जो धीरे-धीरे उन्हें एमडी जैसे सिंथेटिक ड्रग्स की ओर धकेलने लगीं।
क्लब संचालक भी शक के दायरे में
पुलिस अब क्लब मालिकों, आयोजकों और प्रबंधकों की भूमिका की गहन जांच कर रही है। यदि किसी भी स्तर पर संलिप्तता मिली, तो न केवल उनके लाइसेंस रद्द होंगे बल्कि आपराधिक धाराएं भी लगाई जाएंगी। गौरतलब है कि सैफुद्दीन पहले भी एक ड्रग्स केस में फरार था और उस पर 5,000 का इनाम घोषित था।
मुखबिर से मिली थी सूचना
यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई। मुखबिर ने पुलिस को बताया था कि दो युवक सब्जी मंडी के पास स्कूटी पर बैठे हैं और किसी ग्राहक को एमडी सप्लाई करने का इंतजार कर रहे हैं। सूचना पक्की मानी गई और क्राइम ब्रांच (MD Drug In Gym) ने मौके पर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कई नए नाम सामने आने की उम्मीद है।