Master Stroke : महाराष्ट्र में भाजपा का मास्टर स्ट्रोक
Master Stroke : पिछले एक पखवाड़े से महाराष्ट्र की राजनीति में मची उथल पुथल का पटाक्षेप हो गया है। अल्पमत में आने के बाद महाअघाड़ी सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे को आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देना पड़ गया। उद्धव ठाकरे ने अंतिम क्षण तक यह कोशिश की थी कि किसी तरह से उनकी सरकार बची रहे और वे मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहे लेकिन एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले बागी गुट अपने निर्णय पर अडिग़ रहा। उद्धव ठाकरे ने शाम, दाम, दण्ड, भेद की नीति अपनाकर बागियों को अपने पाले में लाने की हर संभव कोशिश की लेकिन उन्हे नामाकी हाथ लगी।
जब फ्लोर टेस्ट की नौबत आ गई तो उद्धव ठाकरे (Master Stroke) ने फ्लोर टेस्ट को रूकवाने के लिए आखिरी कोशिश के रूप में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां फ्लोर टेस्ट को रोकने की गुहार लगाई गई लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दे दिया इसके बाद उद्धव ठाकरे के लिए सारे दरवाजे बंद हो गए और उन्होने न सिर्फ मुख्यमंत्री पद से विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। इधर भाजपा ने तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩविस की जगह शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक चल दिया है।
भाजपा का यह फैसला निश्चित रूप से चौकाने वाला है। यह कयास लगाए जा रहे थे कि देवेन्द्र फडऩवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे और एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इसके अलावा एकनाथ शिंदे गुट के दर्जन भर विधायकों को मंत्रीमण्डल में शामिल किया जाएगा। लेकिन अचानक भाजपा ने देवेन्द्र फडऩवीस की जगह एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने का निर्णय लेकर सबको चौका दिया। एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा स्वयं देवेन्द्र फडऩवीस ने की। भाजपा के इस अप्रत्याशित निर्णय के निश्चित रूप से दूरगामी परिणाम सामने आएंगे।
सबसे बड़ी बात तो यह होगी कि भाजपा पर उद्धव ठाकरे, शरद पवार (Master Stroke) और कांग्रेस यह जो आरोप लगा रही है कि उसने सत्ता हथियाने के लिए बागी गुट को बतौर हथियार इस्तेमाल कर महाअघाड़ी सरकार को गिराया है वह अब निराधार साबित हो जाएगा। साथ ही भाजपा के त्याग की भावना भी पूरे देश को एक अलग संदेश देगी। जिसका लाभ भाजपा को आगे चल कर मिलेगा और उसके सहयोगी दलों का भाजपा के प्रति विश्वास और मजबूज होगा। इसका फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलना तय है। बहरहाल महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री के रूप में स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन देंगे यह उम्मीद की जानी चाहिए।