Mary Millben : बिहार चुनाव में कांग्रेस की दुर्गति पर अमेरिकी गायिका ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर साधा निशाना

Mary Millben

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अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन (Mary Millben) ने बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की बड़ी जीत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया है। मिलबेन, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसक मानी जाती हैं, ने सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट साझा किए जिनमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें कांग्रेस समर्थकों द्वारा पहले ट्रोल किया गया था क्योंकि उन्होंने भाजपा के समर्थन में आवाज उठाई थी।

मिलबेन (Mary Millben) ने एक्स पर लिखा कि “प्रिय राहुल गांधी, कांग्रेस और सभी ‘गांधी गुंडों’ जिन्होंने मुझे हफ्तों पहले ट्रोल किया था, और अब मेरे मित्र पीएम मोदी और भाजपा बिहार चुनाव में जीत रहे हैं, जबकि कांग्रेस-राजद महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के मतदाताओं ने इस परिणाम के माध्यम से विकास और नेतृत्व को स्पष्ट समर्थन दिया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने इस चुनाव में एक नया राजनीतिक मील का पत्थर स्थापित किया है और राज्य में अपनी पकड़ और मजबूत की है।

अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन (Mary Millben) ने कांग्रेस और राहुल गांधी को इसलिए घेरा क्योंकि हाल के कुछ सप्ताह पहले जब उन्होंने पीएम मोदी और भाजपा की नीतियों की खुलकर प्रशंसा की थी, तब बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थकों ने उन्हें निशाना बनाते हुए सोशल मीडिया पर ट्रोल किया था। मिलबेन ने अपनी ताज़ा पोस्ट में पुराने ट्रोलिंग अभियान को याद करते हुए कहा कि “अब वही लोग चुप हैं क्योंकि बिहार में राजग ने स्पष्ट जनादेश के साथ जीत हासिल की है और महागठबंधन को भारी पराजय मिली है।” उनके इस बयान के बाद भारतीय सोशल मीडिया में भी तीखी प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति में बदलाव का संकेत दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिक्रिया पैदा की है। मिलबेन ने अपनी पोस्ट में यह दावा किया कि बिहार ने नेतृत्व और स्थिरता को चुनकर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह जीत भाजपा के रणनीतिक अभियान, प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और राजग की संयुक्त ताकत का परिणाम है। वहीं कांग्रेस और राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन लगातार अपने कमजोर प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा है। चुनाव परिणामों ने विपक्ष की रणनीति और संगठनात्मक क्षमताओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।