Marriage Season Economy : एक लाख शादियों से 3,500 करोड़ से अधिक का होगा कारोबार
Marriage Season Economy
एक नवंबर से 14 दिसंबर 2025 के बीच प्रदेश में होने वाली एक लाख से अधिक शादियों से करीब (Marriage Season Economy) 3,500 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में तेज़ वृद्धि दर्शाता है।
कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्ययन के अनुसार इस शादी सीजन में देशभर में लगभग (Marriage Season Economy) 6.50 लाख करोड़ का व्यापार होने की संभावना है। कैट के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन अमर पारवानी ने बताया कि इस साल शादी बजट में उल्लेखनीय उछाल देखा गया है।
देशभर में तीन प्रतिशत शादियां (Marriage Season Economy) एक से 10 करोड़, नौ प्रतिशत शादियां 50 लाख से एक करोड़, 25 प्रतिशत शादियां 25 से 50 लाख और 22 प्रतिशत शादियां 15 से 25 लाख के बजट में होंगी। सबसे अधिक 41 प्रतिशत शादियां 15 लाख से कम बजट में सम्पन्न होंगी, जिससे वेडिंग इंडस्ट्री हर वर्ग के लिए बड़ा बाजार बना रही है।
अध्ययन के अनुसार शादी से जुड़े 70 प्रतिशत से अधिक सामान अब भारतीय उत्पाद हैं। (Vocal For Local Weddings) अभियान के कारण चीनी लाइटिंग, इम्पोर्टेड डेकोरेशन और एक्सेसरीज़ की मांग में भारी कमी आई है, जिससे स्थानीय कारीगरों, ज्वैलर्स, वस्त्र उद्योग और एमएसएमई सेक्टर को बड़ा लाभ मिला है।
प्रदेश में वेडिंग मार्केट तेजी से सक्रिय हो चुका है। देवउठनी एकादशी के बाद से मैरिज लॉन, रिसॉर्ट और होटल लगभग फुल बुक हैं। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 85–95% बुकिंग, ज्वेलरी खरीद में 10–15% वृद्धि, फैशन–मेकअप बाजार में 20% उछाल, और (Wedding Industry Business) कैटरिंग, लाइटिंग, ट्रांसपोर्ट व इवेंट लॉजिस्टिक्स में 30–35% तक कारोबार बढ़ने का अनुमान है।
डिजिटल निमंत्रण, वर्चुअल वेन्यू टूर, ड्रोन शूट, ऑनलाइन कंटेंट क्रिएशन और सोशल मीडिया वेडिंग ट्रेंड इस सीजन की खास विशेषता बन चुके हैं। अनुमान है कि शादी सीजन से देशभर में एक करोड़ से अधिक रोजगार सृजित होंगे और सरकार को लगभग 75,000 करोड़ रुपये टैक्स राजस्व मिलेगा।
