Maoist Surrender Chhattisgarh : 60 लाख के इनामी तीन माओवादियों ने डाले हथियार, एक साल में 1,800 माओवादियों का आत्मसमर्पण

Maoist Surrender Chhattisgarh
Maoist Surrender Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस को नक्सल मोर्चे पर बड़ी कामयाबी मिली है। 60 लाख रुपये के इनामी तीन कुख्यात माओवादी नेताओं (Maoist Surrender Chhattisgarh) ने शनिवार को तेलंगाना में आत्मसमर्पण कर दिया।
आत्मसमर्पण करने वालों में दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी प्रभारी कुनकती वेंकटैया उर्फ रमेश, चेतना नाट्य मंडली प्रभारी मोगिलिचेरला वेंकटराजू उर्फ एर्रा राजू और दक्षिण बस्तर जनताना सरकार की प्रभारी तोड़ेम गंगा उर्फ गंगाव्वा शामिल हैं। तीनों बीते तीन दशकों से माओवादी संगठन में सक्रिय थे और कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं।
तेलंगाना के डीजीपी बी. शिवधर रेड्डी ने कहा कि इस आत्मसमर्पण के बाद राज्य में माओवादियों के फिर से संगठित होने की संभावना लगभग खत्म हो गई है। उन्होंने बताया कि बीते कुछ महीनों में 400 से अधिक माओवादी हथियार डाल चुके हैं (Maoist Surrender Chhattisgarh), जिनमें से करीब 90 प्रतिशत छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं।
इसी महीने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भी 103 माओवादियों ने सामूहिक रूप से आत्मसमर्पण किया था। इनमें से 49 पर एक करोड़ रुपये से अधिक का इनाम घोषित था। पिछले 20 महीनों में बस्तर संभाग में 1,800 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि इतने ही अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, 500 से ज्यादा माओवादी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ों (Maoist Surrender Chhattisgarh) में मारे जा चुके हैं। इनमें 10 करोड़ का इनामी नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू, एक करोड़ का इनामी मोडेम बालकृष्णा और जयाराम रेड्डी उर्फ चलपति जैसे शीर्ष नेता भी शामिल हैं।
बीजापुर में IED विस्फोट, कोबरा जवान घायल
शनिवार को बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र में माओवादियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आइईडी विस्फोट में कोबरा बटालियन का जवान दीपक दुले घायल हो गया। घटना के बाद जवान को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बताया गया कि कोबरा 206 बटालियन की टीम पुजारीकांकेर कैंप से सर्च ऑपरेशन पर निकली थी, तभी यह विस्फोट हुआ। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सर्च अभियान तेज कर दिया है।