Maoist Surrender : 41 नक्सली आत्मसमर्पण, 30 बस्तर के, बड़ी संख्या में हथियार भी सौंपे

Maoist Surrender

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तेलंगाना में माओवाद विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को तेलंगाना स्टेट कमेटी और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी से जुड़े कुल 41 माओवादी (Maoist Surrender) ने समर्पण कर मुख्यधारा में वापसी की।

हैरानी की बात यह है कि समर्पित माओवादियों पर कुल 1.46 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। इनमें बस्तर क्षेत्र के 30 माओवादी शामिल हैं, जिनमें से 11 कुख्यात हिड़मा बटालियन का हिस्सा थे। यह घटनाक्रम माओवादी संगठन की गिरती पकड़ और टूटते नेटवर्क का बड़ा संकेत माना जा रहा है।

समर्पित नेताओं में छह डिविजनल कमेटी सदस्य और कंपनी प्लाटून कमांडर शामिल हैं — मड़कम मंगा, इर्रागोल्ला रवि उर्फ संतोष, कोरसा लच्छू, ओयाम मंगू, कोरसा सुदरू उर्फ राजू और मड़कम जोगा प्रमुख नामों में हैं। इन माओवादियों में से 24 माओवादी (Bastar Maoists) अपने साथ आधुनिक हथियार लेकर पहुंचे।

इसमें एक इंसास एलएमजी, तीन एके-47, पांच एसएलआर, सात इंसास राइफल, एक बीजीएल गन, चार .303 राइफल, एक सिंगल शॉट राइफल, दो एयरगन और 733 जिंदा कारतूस शामिल हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि हथियारों का इतना बड़ा समर्पण संगठन की कमजोर होती सैन्य क्षमता का संकेत है।

इस साल तेलंगाना में अब तक पांच सेंट्रल कमेटी और आठ राज्य कमेटी स्तर के माओवादी सहित 54 शीर्ष नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। वहीं, बस्तर में पिछले वर्षों के दौरान दो हजार से अधिक माओवादी मुख्यधारा में लौट चुके हैं, जिनमें कई शीर्ष स्तर के कमांडर भी शामिल हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बस्तर ओलिंपिक के दौरान माओवादियों को संदेश दिया था कि मार्च 2026 तक हिंसा का मार्ग छोड़कर लौटने वालों को पुनर्वास योजनाओं का लाभ मिलेगा। अन्यथा सुरक्षा बल उन्हें बसवा राजू और हिड़मा की तरह जवाब देंगे।

बस्तर आइजीपी सुंदरराज पी. ने सामूहिक समर्पण को माओवादी संगठन के लिए करारा झटका बताया। उनके अनुसार यह सफलता लगातार दबाव, प्रभावी रणनीति, पुनर्वास नीतियों और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल का परिणाम है।

स्थानीय सुरक्षा विशेषज्ञों की मानें तो यह समर्पण अभियान इस बात का संकेत है कि माओवादी आंदोलन अब अपनी वैचारिक और सैन्य दोनों ताकत खो रहा है। हज़ारों लोग हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज में लौट रहे हैं और यह स्थिति क्षेत्र में स्थायी शांति की ओर बड़ा कदम मानी जा रही है।

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