Manoj Soni FIR : कस्टम मिलिंग में 140 करोड़ की उगाही, मार्कफेड के तत्कालीन एमडी समेत 2 पर एफआईआर
रायपुर/नवप्रदेश। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के बाद अब राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्लू) ने कस्टम मिलिंग में 140 करोड़ रुपए की अवैध उगाही के मामले में मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी (Manoj Soni FIR) और कोरबा जिले के तत्कालीन जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर ईओडब्लू ने धारा 120 बी, 409, 13 (1) (क), सहपठित धारा 13 (२) एवं 11 के तहत केस दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने जांच में पाया कि विभिन्न राइस मिलर्स द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम (नान) एवं एफसीआई में कस्टम मिलिंग का जो चावल जमा किया जाता है। इसमें प्रति क्विंटल के हिसाब से अवैध उगाही की गई है।
मार्कफेड के तत्कालीन एमडी मनोज सोनी और कोरबा जिले में पदस्थ रही जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा के मार्फत छत्तीसगढ़ स्टेट राइसमिलर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर द्वारा निर्देश था कि उन्हीं मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है, जिनकी वसूली की राशि रोशन चंद्राकर को प्राप्त हुई है। किन मिलर्स को भुगतान होना है इसकी जानकारी संबंधित जिले के मिल एसोसिएशन को मनोज सोनी के जरिए ही मिलती थी।
दोनों अफसरों द्वारा छत्तीसगढ़ स्टेट राइसमिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रूंगटा, उपाध्यक्ष पारसमल चोपड़ा और कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर के साथ आपराधिक षडयंत्र कर अवैध वसूली की गई है, जिस पर विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज (Manoj Soni FIR) किया गया है।
140 करोड़ की हुई अवैध उगाही : ईडी ने अपनी जांच प्रतिवेदन में कहा है कि आयकर विभाग द्वारा की गई तलाशी की कार्रवाई से लगभग 1.6 करोड़ रुपए कैश जब्त की गई है, जिसका कोई लेखा जोखा नहीं है। बहुत सारे आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस मिले हैं। कस्टम मिलिंग में लगभग 140 करोड़ रुपए की अवैध वसूली राइसमिलर्स से हुई है।