खालिस्तानवादी पन्नू पर NIA की बड़ी कार्रवाई; अमृतसर, चंडीगढ़ में संपत्ति जब्त की गई
नई दिल्ली। Major action by NIA against Khalistanist Pannu: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खालिस्तानवादी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है। एनआईए ने पंजाब के अमृतसर और चंडीगढ़ में संपत्तियों पर छापेमारी की. पन्नू फिलहाल अमेरिका में रह रहे हैं और वहां से लगातार वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं.
एनआईए ने पन्नू से जो संपत्ति जब्त की है, उसमें अमृतसर जिले के बाहरी इलाके खानकोट के पैतृक गांव में एक खेत और सेक्टर 15, सी चंडीगढ़ में एक ही घर शामिल है। इस जब्ती का मतलब है कि अब इस संपत्ति पर पन्नू का अधिकार खत्म हो गया है और यह सरकारी संपत्ति होगी.
2020 में भी उनकी संपत्ति जब्त की गई थी. इसका मतलब यह था कि वह संपत्ति नहीं बेच सकते थे। लेकिन इस कदम के बाद पन्नू ने संपत्ति का मालिकाना हक खो दिया है.
पन्नू ने धमकी दी
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ रहा है। खालिस्तानवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को धमकी दी है और उन्हें देश छोडऩे के लिए कहा है। इस पूरे मामले को लेकर कनाडा में हिंदुओं ने ट्रूडो सरकार को पत्र भी लिखा है. इसमें अनुरोध किया गया कि पन्नू के भाषण को घृणा अपराध के रूप में दर्ज किया जाए।
पन्नू कौन है?
गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब के खानकोट के मूल निवासी हैं और वर्तमान में अमेरिकी नागरिक हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई करने के बाद पन्नू विदेश चले गए. तब से वह कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रहे हैं। वह विदेश में रहकर खालिस्तानी गतिविधियां कर रहा है और समय-समय पर वीडियो जारी कर वह अक्सर भारत सरकार के खिलाफ मुद्दे उठाता रहा है। उसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से सिख ऑर्गनाइजेशन फॉर जस्टिस (एसएफजे) नाम से एक संगठन भी बनाया है। इस संगठन पर 2019 में भारत ने प्रतिबंध लगा दिया था.