संपादकीय: आध्यात्मिक अनुभव का केन्द्र बना महाकुंभ
Mahakumbh became the center of spiritual experience: विश्व का सबसे बड़ा सनातन समागम प्रयागराज में प्रारंभ हो गया है। 140 सालों के बाद इस महाकुंभ के लिए सबसे अच्छा योग बना है। यही वजह है कि इस बार महाकुंभ में चालीस करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान लगाया गया है।
45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ का शुभारंभ 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से हो गया है। जिसमें ढेड़ करोड़ से ज्यादा लोगों ने पहले ही दिन अमृत स्नान कर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। 14 जनवरी मकर संक्राति पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज स्थित पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। आस्था, भक्ति और संस्कृति के इस पवित्र संगम में भारी जनसैलाब उमड़ा लेकिन किसी को भी किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।
इस बार के महाकुंभ में अपार जनसमूह उमडऩे की संभावना को देखते हुए उत्तरप्रदेश की योगी सरकार को बहुत ही शानदार व्यवस्था की हुई है जिसकी सभी श्रद्धालु मुक्तकंठ से सराहना कर रहे हैं। इस महाकुंभ के आयोजन को सुचारू बनाने कके लिए महाकुभ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन और पुलिस के अलावा स्वयं सेवी संगठन सहयोग मिल रहा है। सभी के समवेश प्रयासों से भव्य आयोजन न सिर्फ देश बल्कि पूरी दुनिया के लिए आक्रषण का केन्द्र बन गया है।
इस बार के महाकुंभ में लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक और श्रद्धालु भी सिरकत कर रहे हैं। वहीं बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर कल्पवाश कर रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान संगम तट पर कल्पवास करने से सौ वर्षों की तपस्या करने के समान पुण्य प्राप्त होता है त्रिवेणी संगम में साधु संतों का भी श्रद्धालुओं को सानिध्य प्राप्त हो रहा है।
वहां विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और अन्य कार्यक्रम भी हो रहे है जिसकी वजह से यह महाकुंभ देशी और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव का केन्द्र बन गया है। इस बार के महाकुंभ की व्यवस्था की सभी सराहना कर रहे हैं। जिसके लिए उत्तरप्रदेश की योगी सरकार की सभी सराहना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 2013 में भी महाकुभ का आयोजन किया गया था उस समय उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे लेकिन कुंभ में भारी अव्यवस्था देखने को मिली थी उस कुंभ के दौरान इलाहाबाद रेलवे स्टेशन में भगदड़ की भी घटना हो गई थी जिसमें 35 लोग मारे गये थे और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। उस कुंभ के मुकाबले इस बार श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना अधिक है इसके बाद भी पूरी व्यवस्था चाक चौबंध है।
श्रद्धालुओं को वहां किसी भी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ही कमान संभाले हुए है और लगातार इस आयोजन की मानीटरिंग कर रहे हैंँ निश्चित रूप से सनातनियों की आस्था का यह महाकुंभ इस बार एक नया इतिहास रचेगा।