महात्मा पर महाभारत जारी, कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने
रायपुर/नवप्रदेश। Kalicharan Issue : कालीचरण बाबा के विवादित बयान पर देशभर में चर्चा-परिचर्चा जारी है। छत्तीसगढ़ सहित देश के अन्य प्रदेशों में भी बयान की घोर निंदा की जा रही है। अब धर्म संसद के आयोजनकर्ताओं पर भी मामला दर्ज करने की मांग उठने लगी है।
कालीचरण बाबा तो अपना बयान देकर चले गए लेकिन छोड़ गए सियासी धमाल… अब कालीचरण बाबा पर FIR दर्ज होने के बाद कांग्रेस और भाजपा आरोप प्रत्यारोप में लगी हुई है।
कालीचरण जैसे लोग आरएसएस की जहरीली विचारधारा से पोषित – मरकाम
इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कालीचरण बाबा के अमर्यादित टिप्पणी (Kalicharan Issue) को दुर्भाग्यजनक कहा है। मरकाम ने कहा कि गांधी जयंती पर खादी खरीदने की नौटंकी करने वाले भाजपाईयों के मुंह से पाखंडी कालीचरण के लिये निंदा के एक शब्द भी नहीं फूटा। कालीचरण जैसों को आरएसएस भाजपा प्रश्रय देती है ताकि गांधी जी के प्रति उनकी जो नफरत है वह इन जैसों के माध्यम से फैलती रहे। भाजपा आरएसएस की जो फितरत है उसके अनुसार यह तय है भाजपा कालीचरण को आगे भी इस प्रकार के व्यवहार के लिये प्रोत्साहित करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आत्म प्रचार ही इन जैसे लोगों के अस्तित्व का आधार भी है। अपने प्रचार के लिये स्वयं को चर्चा में बनाये रखने के लिये कालीचरण जैसे लोग संविधान में दी गयी अभिव्यक्ति की आजादी का गलत फायदा उठाते है। महात्मा गांधी को गाली देकर देश में आरएसएस और भाजपा द्वारा तैयार की गयी एक जहरीली पीढ़ी की वाहवाही बटोरना और सुर्खियों में रहना बहुत ही सरल माध्यम बना लिया गया है। गांधी की आलोचना करने के पहले गांधी विरोधियों को आत्म अवलोकन करना चाहिये इस देश के लिये इस समाज के लिये उनका व्यक्तिगत योगदान क्या है? क्या आपने गांधी का सहस्रांश भी कुछ योगदान समाज के देश के विकास के लिये किया है। पाखंडी लोग महात्मा गांधी और उनके मर्म को समझ नहीं सकते। गांधी और उनके संस्कारों में भारत और करोड़ो-करोड़ जन मन बसते है।
महान सेनानियों का हुआ अपमान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिये व्यक्त किये गये अभद्र शब्द सिर्फ गांधी जी का अपमान नहीं यह भारत की आजादी की लड़ाई के महान सेनानियों का अपमान है। गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन हजारो हजार सेनानियों के प्रतीक है। जिन्होंने भारत की आजादी के लिये अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था। ऐसे रामभक्त थे महात्मा गांधी अंतिम समय में भी उनके मुंह से हे राम ही निकला था। गांधी के हत्यारे गोडसे को प्रणाम करने वाला व्यक्ति चाहे भगवा ध्वज लेकर नारे लगाये या भगवा पहन कर शिव स्त्रोत का वाचन करें वह सच्चा हिन्दू नहीं हो सकता।
कांग्रेस के बयान पर भाजपा की तल्खी
भाजपा मीडिया के प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर कड़ा ऐतराज (Kalicharan Issue) जताते हुए कहा है कि रेत, खेत, लिकर, ट्रांसफर ऐसा कौन सा उद्योग है, जिसकी फ्रेंचाइजी कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार में नहीं दी जा रही है।
मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने मोहन मरकाम के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि वे कांग्रेस की अमर्यादित संस्कृति के अनुरूप जो स्तरहीन भाषा व्यक्त कर रहे हैं, उसी निम्नतम स्तर पर उन्हें हम जवाब नहीं देंगे क्योकि हम सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पोषक हैं। तब भी यदि कांग्रेसी अपनी बदजुबान पर काबू नहीं रखते तो सभ्य समाज की शैली में हम उन्हें करारा जवाब देने में सक्षम हैं। वैसे घोर निकृष्ट भाषी भूपेश बघेल और उनकी दलाल, चाटुकार, चालबाज मंडली को छत्तीसगढ़ की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में सही जवाब दे ही देगी। जिस प्रकार बुझने से पहले दिया भभकता है, उसी प्रकार कांग्रेसियों की मानसिकता सामने आ रही है।
कांग्रेस चला रही है माफिया सरकार – अनुराग
अनुराग अग्रवाल ने कहा है कि कांग्रेस यह बताएं कि कांग्रेस की सरकार ने तीन साल में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय के कथित और कपोलकल्पित माफिया (Kalicharan Issue) पर क्या कार्रवाई की है। अग्रवाल ने कहा कि माफियागिरी चलाना कांग्रेस का शौक है, उसकी मजबूरी है। कांग्रेस माफिया के बिना एक कदम भी नहीं चल सकती। भाजपा की डॉ. रमन सिंह की सरकार ने पंद्रह साल तक साफ सुथरी राजनीति की, विकास की बगिया सजाई और तीन साल में कांग्रेस ने चमन उजाड़ दिया। एक तरफ भूपेश बघेल कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में गांजे की एक पत्ती भी नहीं आनी चाहिए, दूसरी ओर कांग्रेस के पाले पोसे गांजा तस्कर छत्तीसगढ़ की नस्लें धुंए में उड़ा रहे हैं। सुशील आनंद शुक्ला बताएं कि अपराधगढ़ में तब्दील होते छत्तीसगढ़ में किसको कौन सी फ्रेंचाइजी कांग्रेस सरकार ने दे रखी है।