Maa Danteshwari Airport : बस्तर की उड़ान: माँ दंतेश्वरी एयरपोर्ट से तीन लाख यात्रियों ने लिखी नई विकास गाथा

Maa Danteshwari Airport
Maa Danteshwari Airport : छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव 2025 के मौके पर राज्य ने एक और मील का पत्थर छू लिया है। अब राजधानी रायपुर ही नहीं, बल्कि बस्तर, बिलासपुर और अंबिकापुर जैसे शहर भी हवाई सेवाओं से सीधे तौर पर जुड़ चुके हैं। इससे राज्य के दूरस्थ इलाकों में विकास और कनेक्टिविटी की नई राह खुली है।
बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर का माँ दंतेश्वरी हवाई अड्डा इस बदलाव का सबसे बड़ा उदाहरण है। 1939 में ब्रिटिश शासनकाल में बने इस एयरपोर्ट(Maa Danteshwari Airport) को स्थानीय लोग “जहाज भाटा” के नाम से जानते थे। बाद में केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत इसका उन्नयन हुआ और 2019 में इसे 3-सी श्रेणी का दर्जा मिला, जिससे एटीआर-72 जैसे विमानों की नियमित उड़ानें संभव हो सकीं।
सितंबर 2020 से यहाँ से रायपुर और हैदराबाद के लिए उड़ानें शुरू हुईं। धीरे-धीरे दिल्ली, जबलपुर और बिलासपुर के लिए भी विमान सेवाएं शुरू हो गईं। मार्च 2024 में इंडिगो एयरलाइंस ने रायपुर और हैदराबाद को जोड़ते हुए दैनिक सेवाएं शुरू कीं। साथ ही, पैरामिलिट्री बलों के लिए दिल्ली की विशेष उड़ान भी संचालित हो रही है।
अब तक लगभग तीन लाख यात्री इस हवाई अड्डे से उड़ान भर चुके हैं। इससे न केवल स्थानीय लोगों की आवाजाही आसान हुई है, बल्कि व्यापार, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी नई गति मिली है। बीमार मरीजों को त्वरित इलाज के लिए बड़े शहरों तक पहुंचाना आसान हुआ है, वहीं युवा उच्च शिक्षा और रोजगार(Maa Danteshwari Airport) के अवसरों के लिए अन्य शहरों तक जा पा रहे हैं।
बस्तर की शिल्पकला, वनोपज और हर्बल प्रोडक्ट अब राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचने लगे हैं। साथ ही, चित्रकूट और तीरथगढ़ जलप्रपात, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान और बस्तर दशहरा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक देश-विदेश से पर्यटकों की आमद लगातार बढ़ रही है।