Love Jihad Kerala Case : स्कूल के समय से शुरू हो गई हिंदू धर्म से दूर करने की साजिश
Love Jihad Kerala Case
दिल्ली के लोग सुदूर केरल राज्य से आ रही लव व बौद्धिक जिहाद (Love Jihad Kerala Case) की खबरों को सुनते रहे हैं, लेकिन रविवार को इसे करीब से देखने और समझने का मौका मिला। पीड़िताओं ने न केवल आपबीती सुनाई, बल्कि नृत्य नाटिका के माध्यम से पूरे षड्यंत्र से पर्दा उठाया।
केरल में लव जिहाद (Love Jihad Kerala Case) की शिकार ये महिलाएं आर्ष विद्या समाजम की वालंटियर्स बनकर अब देशभर की महिलाओं को जागरूक कर रही हैं। अर्नाकुलम की कृष्ण प्रिया ने बताया कि स्कूल के दिनों में ही उनके दिमाग में हिंदू धर्म के प्रति हीनता और इस्लाम को श्रेष्ठ बताने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। इसमें षड्यंत्रपूर्वक उसके सहपाठी ही शामिल थे।
उन्हें कहा जाता था कि तुम्हारे यहां तो जातिवाद है, करोड़ों देवी-देवता हैं, जबकि इस्लाम में जातिवाद नहीं है। धीरे-धीरे वह मझधार में फंसती चली गईं। वह घंटों उनके साथ समय बिताने लगीं और इस्लाम अपनाने की प्रक्रिया में पहुंच गई थीं, लेकिन परिवार की सतर्कता से काउंसलिंग कराई गई और उन्हें बचा लिया गया।
इसी तरह एक अन्य युवती ने बताया कि स्कूल व कॉलेज के समय में सहपाठी लगातार सनातन धर्म के प्रति हीन भावना भरते रहे और एक दिन ऐसा आया कि उन्होंने अपना धर्म ही छोड़ दिया। त्रिवेंद्रम की अमृता कहती हैं कि अगर समय रहते उन्हें नहीं बचाया गया होता तो वह आत्मघाती कदम उठा चुकी होतीं।
आर्ष विद्या समाजम के संस्थापक निदेशक आचार्य केआर मनोज ने बताया कि संस्था की हेल्पलाइन पर रोज 20 से अधिक कॉल ऐसी पीड़िताओं की आती हैं। उन्होंने कहा कि ये लड़कियां सिर्फ इस्लामी नहीं, बल्कि कई बार ईसाई धर्मांतरण षड्यंत्र का भी शिकार बनी होती हैं।
