Loksabha Election 2024: चुनाव की तैयारी, 2000 करोड़ का बजट; इतनी बड़ी रकम कहां खर्च होगी?
-लोकसभा चुनाव में पार्टियां प्रचार पर 1500 से 2000 करोड़ रुपये खर्च कर सकती हैं?
नई दिल्ली। Loksabha Election 2024: देश में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी गतिविधियां शुरू कर दी हैं। फिलहाल लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। हालाँकि, सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और विपक्षी दल आगामी चुनावों के लिए कमर कस रहे हैं। मौजूदा राजनीतिक दलों की तैयारियों से अनुमान लगाया जा रहा है कि इस लोकसभा चुनाव में विभिन्न पार्टियां प्रचार पर 1500 से 2000 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकती हैं।
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक विज्ञापन उद्योग के एक अधिकारी ने यह दावा किया है। ग्रुप एम साउथ एशिया के सीईओ प्रशांत कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक दल प्रचार पर 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकती हैं। ऐसे में इसका सीधा फायदा उद्योग और प्रचार-प्रसार से जुड़े लोगों को होगा। प्रशांत कुमार ने कहा, इसके अलावा राजनीतिक दल अपने चुनाव अभियान बजट का 55 प्रतिशत डिजिटल मीडिया और विज्ञापन पर और 45 प्रतिशत अन्य चुनाव अभियान पर खर्च करेंगे।
साथ ही इस साल होने वाले आम चुनाव (Loksabha Election 2024) आईपीएल और आईसीसी टी20 वल्र्ड कप से विज्ञापन इंडस्ट्री को काफी फायदा होगा। प्रशांत कुमार ने यह भी कहा कि डिजिटल विज्ञापन, ई-कॉमर्स और टीवी इंडस्ट्री को काफी फायदा होगा। क्रेयॉन्स एडवरटाइजिंग के अध्यक्ष कुणाल लालानी ने कहा मुझे लगता है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के प्रचार पर खर्च की जाने वाली राशि 2019 के चुनावों की तुलना में बहुत अधिक होगी।
इसके अलावा भाजपा और कांग्रेस पार्टियां मुख्य रूप से चुनाव प्रचार पर अधिक पैसा खर्च करेंगी, जबकि क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के पास ज्यादा चुनावी बजट नहीं होगा। कुणाल लालानी ने कहा कि राजनीतिक दल चुनाव प्रचार को लेकर विभिन्न मीडिया से चर्चा कर रहे हैं।
बीसीसीएल के कार्यकारी निदेशक शिवकुमार सुंदरम का अनुमान है कि अकेले प्रिंट मीडिया, जिसमें समाचार पत्र, पत्रिकाएं आदि शामिल हैं, को राजनीतिक दलों से 300-350 करोड़ रुपये के विज्ञापन मिलेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार पर 250 करोड़ रुपये खर्च किये थे। हैरानी की बात यह है कि 2019 के चुनाव प्रचार पर केवल 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।