Lockdown में शादी, माता-पिता ही नहीं दे सकेंगे कोरबा के युवक को..., क्योंकि...

Lockdown में शादी, माता-पिता ही नहीं दे सकेंगे कोरबा के युवक को…, क्योंकि…

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कोरबा/नवप्रदेश। लॉकडाउन (lockdown) पीरियड में बगैर बैंड बाजा बारात वाली शादी (marriage in chhattisgarh) रविवार को छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा (janjgir champa) जिले में होने जा रही है। जिला प्रशासन ने वर पक्ष के आवेदन को स्वीकार करते हुए सशर्त शादी की अनुमति दी है।

लॉकडाउन (lockdown) की अवधि में यह विवाह (marriage in chhattisgarh) रविवार को अक्षय तृतीया के दिन जांजगीर चांपा जिले के बलौदा में लड़के के चाचा-चाची के घर संपन्न होगा। लड़की वाले डभरा जांजगीर चांपा (janjgir champa) से शनिवार को ही बलौदा पहुंच गए हैं।

प्रशासन से प्राप्त अनुमति के मुताबिक लॉकडाउन (lockdown) में होने जा रही इस शादी (marriage in chhattisgarh) में सिर्फ 20 लोग ही मौजूद रह सकते हैं। खास बात यह है कि इस शादी में परोक्ष रूप से लड़के के माता-पिता को शामिल होने की अनुमति नहीं मिली है, क्योंकि अभी कोरोना संक्रम से बचाव केे मद्देनजर एक जिले से दूसरे जिले में आवागमन बंद है।

पहले रामनवमी के दिन तय हुआ था विवाह

प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलतया कोरबा निवासी मनहरणलाल कैवर्त के पुत्र उत्तम का विवाह डभरा जांजगीर चांपा निवासी जीवन प्रसाद कैवर्त की पुत्री याशिका के साथ तय हुआ। पहले विवाह की तारीख 2 अप्रैल रामनवमी तय की गई थी। लेकिन इसी बीच लॉकडाउन (lockdown) के पहले चरण की घोषणा हो गई। लिहाजा परिवार विवाह की तारीख बढ़ाकर इस 24 अप्रैल अक्षय तृतीया के दिन तय किया। लेकिन इसी बीच लॉडाउन का दूसरा चरण आ गया। दूसरी ओर कोरबा जिले से अचानक कोराना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाने ये रेड जोन में आ गया। लिहाजा उत्तम के माता-पिता के अरमानों पर पानी फिरने लगा।

ऐसे संभव हुआ शादी का योग

दरअसल उत्तम जांजगीर चांपा के अकलतरा स्थित केएसके महानदी प्लांट में इंजीनियर है। ओर उत्तम के चाचा-चाची का घर जिले के ही बलौदा में हैं। वहीं वधु याशिका कृषि विभाग बिलासपुर में पदस्थ है। हालांकि याशिका अभी डभरा जांजगीर चांपा में अपने माता-पिता के पास ही है। वर्तमान में एक जिले से दूसरे जिले में आवागमन बंद होने से उत्तम के माता-पिता तो शादी में शरीक नहीं हो सकते। लेकिन लड़का व लड़की एक ही जिले में होने व विवाह की रस्में पूरी करने के लिए लड़के के चाचा-चाची भी एक ही जिले में होने से यह संभव हो पा रहा है।

उत्तम का परिवार कोरबा में

वर और वधु दोनों पक्षों के लोग एक ही आंगन में विवाह की रस्में पूरी कर रहे हैं। उत्तम के माता पिता और भाई मनोज, विवाहित बहन ममता कैवर्त बालको में रहते हैं। पिता सीएसईबी में नौकरी में हैं। कोरबा रेड जोन में होने से वहां से शादी संभव नहीं थी। इसलिए उत्तम के माता-पिता ने भरे मन से निर्णय लिया कि बेटे की शादी बलौदा में उसके चाचा दिलहरन कैवर्त, और चाची त्रिवेणी देवी के हाथों सम्पन्न कराई जाए।

चाचा ने ही ली अनुमति

उत्तम के पिता ने अपने भाई को खुद के बेटे की शादी कराने का दायित्व सौंपा। जिसके लिए चाचा दिलहरन ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जांजगीर मेनका प्रधान से विवाह के लिए अनुमति ली।

वधु पक्ष से ये हो रहे शामिल

वधु की माता का स्वर्गवास हो जाने से इस पक्ष की ओर से वधु के पिता और बुआ, फूफा और छोटी बहन ही शादी में शामिल हो रही है। वधु की छोटी बहन की भी शादी तय हो गई है।

शायद हमारे नसीब में नहीं था


शायद हमारे नसीब में नहीं था कि हम अपने बेटे का विवाह अपने हाथों से धूम धाम से करें। खैर, चाचा-चाची भी पिता-माता की तरह ही होते हैं। हमारी ओर से नव दंपति को वे आशीष प्रदान करेंगे।
-लीला देवी व मनहरण लाल कैवर्त, उत्तम के माता-पिता (यह कहते हुए उनकी आंखें भर आईं)

जिला ग्रीन जोन में इसलिए अनुमति
जांजगीर चांपा ग्रीन जोन में है। यहां कोरोना का कोई केस सामने नहीं आया। इसलिए अनुमति दी गई है। दो जिलों की बात करें तो ग्रीन जोन वाले जिले से ग्रीन जोन में नियमानुसार तय लोग जाकर विवाह संपन्न कर सकते हैं। -जनक पाठक, कलेक्टर, जांजगीर चांपा

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