Liquor Scam Chhattisgarh : पूर्व CM के बेटे की नहीं बची चाल! कोर्ट ने ठुकराई जमानत, रिमांड पर मंडराया खतरा

Liquor Scam Chhattisgarh : पूर्व CM के बेटे की नहीं बची चाल! कोर्ट ने ठुकराई जमानत, रिमांड पर मंडराया खतरा

Liquor Scam Chhattisgarh

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Liquor Scam Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले (Liquor Scam) में आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की अग्रिम जमानत याचिका ईओडब्ल्यू की विशेष कोर्ट ने खारिज कर दी। चैतन्य को इसी मामले में ईडी ने 18 जुलाई को भिलाई स्थित आवास से गिरफ्तार किया था।

वह रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। मामले की जांच ईओडब्ल्यू (EOW Investigation) भी कर रही है और एजेंसी उसे गिरफ्तार कर रिमांड पर लेना चाहती है। इसी गिरफ्तारी से बचने के लिए चैतन्य ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। बता दें कि यह घोटाला भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के मुख्यमंत्री कार्यकाल में ही अंजाम दिया गया था।

सीजी-पीएससी घोटाले में कोर्ट का बड़ा फैसला

छत्तीसगढ़ में हुए पीएससी घोटाले (Chhattisgarh Scam) में सीबीआई की गिरफ्त में आए पांच आरोपितों को विशेष कोर्ट ने सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इन आरोपितों में पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, पूर्व सचिव एवं सेवानिवृत्त आईएएस जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले और दीपा आदिल शामिल हैं।

पांचों को उनकी रिमांड अवधि पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। यह मामला 2021 की भर्ती परीक्षा से जुड़ा है, जिसमें प्रश्नपत्र लीक और अन्य गड़बड़ियों का खुलासा हुआ था। बताया गया कि पात्र अभ्यर्थियों की जगह लेन-देन कर चयन किया गया था। इस मामले में सीजी-पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी समेत कुल 12 आरोपितों को सीबीआई गिरफ्तार कर चुकी है।

कोल लेवी घोटाले में जयचंद की गिरफ्तारी

छत्तीसगढ़ में हुए कोल घोटाले (Coal Scam) में ईओडब्ल्यू ने लिपिक जयचंद कोशले को सोमवार को गिरफ्तार कर विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने जांच एजेंसी की मांग पर जयचंद को 26 सितंबर तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। बताया गया कि जयचंद, भूपेश बघेल सरकार में उप-सचिव रहीं सौम्या चौरसिया का करीबी था।

उस पर आरोप है कि उसने कोल लेवी घोटाले (Chhattisgarh Politics) के करीब 50 करोड़ रुपये हवाला के जरिए इधर-उधर किए। यह घोटाला कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुआ था। इस मामले में सौम्या चौरसिया, आईएएस अफसर रानू साहू और समीर विश्नोई जमानत पर हैं।

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