Letter Bomb Explodes In State Congress : ED के फरार आरोपी रामगोपाल अग्रवाल पर 5 करोड़ 89 लाख के गबन का आरोप
पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने PCC चीफ को लिखी चिट्ठी, पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी विनोद वर्मा पर भी लगाए थे गंभीर आरोप
रायपुर/नवप्रदेश। Letter Bomb Explodes In State Congress : छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस में 5 करोड़ 89 लाख के गबन के कथित आरोप से खलबली मच गई है। यह खुलासा एक लेटर बम के वायरल होने के बाद हुआ है। जिसमें प्रदेश महासचिव ने ED के फरार आरोपी PCC कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर करोड़ों के गबन का आरोप लगाया है। प्रदेश महासचिव अरुण सिंह सिसोदिया के पत्र ने कांग्रेस पार्टी को ऐन चुनाव से पहले असहज स्थिति में ला खड़ा किया है। पत्र में सीधे-सीधे पूर्व सीएम और उनके करीबियों पर आरोप लगाए गए हैं।
दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर प्रदेश महासचिव अरुण सिंह सिसोदिया ने पार्टी के 5 करोड़ 89 लाख रुपये गबन का आरोप लगाया है। इस पत्र को लेकर सिसोदिया का कहना है कि, हां पार्टी के पैसे को लेकर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है, लेकिन पत्र मिडिया को किसने लीक किया यह मैं नहीं जानता।
अपने परिवार के लोगों को एक कमरे में बैठकर कार्यादेश व गवाह निजी लोगों को बनाकर भुगतान कर दिया गया। साथ ही जो रकम 10 लाख 6 लाख व 3 लाख कुल 19 लाख प्रति माह मुगतान किया गया वो वर्तमान में 10 गुना है यानी प्रति माह 20 लोगों की टीम 3 लाख में काम कर रही है जैसा की आपको पूर्ण विदित है। आपसे अनुरोध है की 5 साल में ही सरकार और सगठन में मनमानी करने वाले गिरोह को पार्टी से बाहर किया जाए व हार के जिम्मेदार लोगों को सक्रिय राजनीति व पार्टी से दूर रखा जाए, तभी पार्टी का उत्थान संभव है।
विनोद वर्मा पर साजिश रचने का भी आरोप
अपने इस्तीफे में सिसोदिया ने कहा था कि, साजिश के तहत मुझे प्रदेश महामंत्री व प्रदेश महामंत्री संगठन- प्रशासन से हटा दिया गया। यह सब कुछ चुनिंदा लोगों के इशारों पर हुआ। वर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, विधानसभा चुनाव के दौरान बूथ गठन व अन्य डेटा विनोद वर्मा के पास साफ्ट और हार्ड कापी में उपलब्ध है। यह पीसीसी की गोपनीय जानकारी है। इसे सुरक्षित किया जाना चाहिए।
पूर्व पीसीसी चीफ मरकाम के करीबी रहे सिसोदिया
पार्टी के नेताओं पर 5 करोड़ 89 लाख रुपये गबन का गंभीर आरोप लगाने वाले कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सिसोदिया को पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के कार्यकाल में चर्चा में आए थे। सिसोदिया ताम्रध्वज साहू के बेहद करीबी माने जाते थे। मरकाम के पीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद सिसोदिया उनके करीब आ गए। इसके बाद संगठन में उनकी भूमिका बढ़ने लगी।
पार्टी में संगठन और प्रशासन की अलग-अलग जिम्मेदारी संभाल रहे अपने दो बेहद करीबियों को हटाकर पीसीसी चीफ मरकाम ने अकेले सिसोदिया को एक साथ पार्टी के संगठन और प्रशासन की जिम्मेसदारी सौंप दी।
इसकी वजह से अचानक सिसोदिया चर्चा में आ गए। सिसोदिया भिलाई के रहने वाले हैं। सिसोदिया पूर्व सैनिक हैं। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद भिलाई स्थित केंद्र सरकार के उपक्रम फेरो स्क्रैलप निगम लिमिटेड से कर्मचारी राजनीति की शुरुआत की। इंटक के दुर्ग जिलाध्य्क्ष और प्रदेश सचिव रहे।