Maize Processing Plant: मक्का प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण धीमी गति से, किसान पशोपेश में |

Maize Processing Plant: मक्का प्रोसेसिंग प्लांट के निर्माण धीमी गति से, किसान पशोपेश में

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Maize Processing Plant

-Maize Processing Plant: 7 हजार किसानों ने मक्का प्लांट में दिया है 6 करोड़ रु से ज्यादा की राशि का अंशदान

-अधिकारी कह रहे वर्ष 2021 में प्रारम्भ हो जाएगा प्लांट, मिलने लगेगा मक्का के किसानों को लाभ

कोण्डागांव। Maize Processing Plant: कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व व सांसद राहुल गांधी एवं सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में जब मॉ दंतेश्वरी मक्का प्रोसिंस प्लांट की आधारशिला रखी गई तो क्षेत्र के मक्का उत्पादक किसानों को एक बड़ा सपना साकार होने की उम्मीद जगी,लेकिन अब प्लांट के निर्माण के धीमी गति से प्लांट के अंश धारी किसान भी पशोपेश में नजर आ रहे हैं।

जिले में बन रहे इस 136 करोड़ के लागत के मक्का प्रोसेसिंग प्लांट (Maize Processing Plant) की स्थापना को लेकर जिस तेजी से राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के तीन माह के भीतर ही इस प्लांट की आधारशिला रखी गई थी। उस तेजी से फिलहॉल मौके पर काम चलता नजर नहीं आ रहा हालांकि जिला प्रशासन व प्रबंधन समिति की माने तो वर्ष 2021 में प्लांट बनकर तैयार होने के साथ ही प्रोडक्शन भी शुरू होने की बात कह रहे है।

ज्ञात हो कि, इलाके में वर्षो से मक्का प्लांट लगाने की मांग की जा रही थी, लेकिन आज तक इस ओर तत्कालीन सरकारों के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते किसानों की मांग ठंडे बस्ते में जाती दिख रही थी, लेकिन वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने मक्का प्लांट (Maize Processing Plant) लगाने की बात कही थी।

सरकार बनते ही फरवरी 2019 में सांसद राहुल गांधी व सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में मॉ दंतेश्वरी मक्का प्रोसिंस प्लांट की आधारशिला रखी गई और इसके बाद से प्लांट स्थापना की कार्यवाही तेज तो हुई, लेकिन इस बीच कई अड़चनों का सामना भी प्रशासन को करना पड़ा था। हालांकि अब सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है, तो काम में तेजी नहीं।

47 हजार किसानों ने दिया अब तक अंशदान

जानकारी के मुताबिक जिले के 47 हजार किसानों ने अब तक इस प्लांट (Maize Processing Plant) में अपना शेयर निर्धारित करने के लिए 6 करोड़ से ज्यादा की राशि अंशदान के तौर पर जमा करा दिया है। अब वे किसान भी मक्का प्लांट के शुरू होने का इंतजार कर रहे है।

अब देखना वाली बात है कि, प्लांट कब तक बनकर तैयार होता है और अंशदाता किसानों को इस प्लांट से कितना फायदा मिलता है। किसान रूपनाथ नेताम कहते है कि गांव में प्लांट बनने से सभी को फायदा होगा, लेकिन डेढ़साल से अधिक समय बीत गया यहॉ अब तक मशीन नहीं लग पाया है।

जल्द बनेगा तो गांव के बच्चों को रोजगार के साथ ही हर किसान को फायदा होगा। वहीं किसान जितन पोयाम कहते है कि, हम लोग मक्का की खेती भले ही नहीं करते, लेकिन जब वाजिब दाम हमें मिलेगा तो हम भी मक्का का उत्पादन करेगें। और हमारा पैसा गांव में लगेगा।

राजमन यादव किसान छोटे भिरावंड कहते है कि,प्लांट जल्दी बनेगा तो हम किसानों को जल्द फायदा मिल सकेगा। हमें अपनी उपज को बिचौलियें को नहीं देना होगा साथ ही हमें फायदा भी होगा और हमारी उपज का सही दाम मिलेगा।

वर्सन-

  • वेंडर का जो कमिटमेंट है वह वर्ष 2021 में प्लांट शुरू हो जाएगा। इसमें थोड़ी देरी भले हो सकती है, लेकिन जल्द ही निर्माण कार्य पूरा होकर प्रोडक्शन शूरू हो जाएगा।
    (केएल उईके, एमडी मॉ दंतेश्वरी मक्का प्रोसेसिंग प्लांट)
  • कछुआ गति से चल रहे काम को देखकर लगता है कि, आने वाले पांच सालों तक निर्माण पूरा नहीं हो पाएगा। वही किसानों को जो सपना दिखाया गया था वह सपना ही लग रहा है।

(दीपेश अरोरा, जिलाध्यक्ष भाजपा)

  • कोरोना संक्रमण की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है, प्रदेश सरकार की प्राथमिकता प्लांट की स्थापना है, उम्मीद है कि, समय रहते काम पूरा हो जाएगा।
  • (झुमूक दीवान, जिलाध्यक्ष कांग्रेस)

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