खेती से कमाई 40 लाख, खेत पहुंच आयकर महानिदेशक भी बोले-Yes, it is possible
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कोंडागांव के किसान के खेत पहुंचकर देखी कालीमिर्च की फसल
नीरज उइके/कोंडागांव/नवप्रदेश। बस्तर के कोंडागांव (kondagaon) जिले के किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी कृषि से अपनी वार्षिक आय 40 लाख (40 lakh) रुपए दर्शाते हैं। जिससे आयकर अधिकारी (income tax officer) अचंभित थे। लेकिन जब देश के प्रधान आयकर महानिदेशक (प्रशासनिक एवं करदाता सेवाएं) केसी घुमरिया हकीकत जानने त्रिपाठी के खेत पहुंचे तो उन्हें अहसास हो गया- Yes, it is possible.
हाल ही मेंं घुमरिया का छत्तीसगढ़ आना हुआ तो वे भी कोंडागांव (kondagon) मेंं राजाराम त्रिपाठी के खेत पहुंच गए। उन्होंने राजाराम से पूछ ही लिया कि आप खेती से इतना कैसे कमा लेते हैं। इसका सीधा जवाब देने के बजाय राजाराम उन्हें (घुमरिया) को अपने काली मिर्च केे खेत ले गए।
और यहां अब राजाराम ने आयकर महानिदेशक से कह दिया कि इस फसल से होने वाली आय का आकलन आप ही लगा लीजिए। घुमरिया का जवाब था- 80 लाख रुपए। घुमरिया ने हंसते हुए यह तक कह दिया कि रिटायरमेंट के बाद वे भी कोंडागांव आकर खेती करेंगे।
राजाराम ने बताया सफलता का राज :
किसान राजाराम ने बताया कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियन टीक नाम की कालीमिर्च का पौधा तैयार किया है। जहां सामान्य कालीमिर्च के एक पौधे की पैदावार 5-10 किलोग्राम है वहीं आस्ट्रेलियन टीक 35-40 किलोग्राम तक उत्पादन देता है।
केरल से दो दल आकर कर चुके हैं निरीक्षण :
केरल राज्य मसालों की खेती के लिए प्रसिद्ध है। वहां के किसान एक एकड़ खेत में कालीमिर्च की फसल से अधिक से अधिक 5-6 लाख रुपए तक का उत्पादन ले पाते हैं। राजाराम के द्वारा 80 लाख रुपए के उत्पादन का दावा करने के बाद वहां से दो किसानों का दल भी दौरा करके जा चुका है।
राजाराम त्रिपाठी जैविक खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। रिटायरमेंट के बाद मैं भी उनके साथ जुड़कर इस खेती को करूंगा और आदिवासियों को ट्रेंड करने का काम करूंगा।
– केसी घुमरिया, प्रधान आयकर महानिदेशक (प्रशासनिक एवं करदाता सेवाएं) भारत सरकार
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