संपादकीय: महाकुंभ को लेकर खडग़े का विवादास्पद बयान

Kharge's controversial statement regarding Mahakumbh
Kharge’s controversial statement regarding Mahakumbh: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं की विवादास्पद बयानबाजी रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। एक ओर तो जहां प्रयागराज पहुंचने वाले करोड़ों श्रद्धालु वहां की व्यवस्था की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं। और इस भव्य आयोजन को अलौकिक तथा अकल्पनीय बता रहे हैं। वहीं विपक्षी नेता लगातार इस आयोजन पर कटाक्ष कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महाकुंभ की व्यवस्था को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाने साधते रहे हैं। मिल्कीपुर उपचुनाव को मद्देनजर रखकर अखिलेश यादव महाकुंभ में पहुंचे थे और संगम में डुबकी भी लगाई लेकिन इसके बाद भी उन्होंने महाकुंंभ की व्यवस्था को लेकर मीन मेख निकालने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। इसी तरह कांग्रेस के भी कई नेता महाकुंभ को लेकर अवांछनीय टिप्पणी करते रहे हैं।
एक कांग्रेसी नेता के मुताबिक करोड़ों लोगों के स्नान करने से गंगा का पानी गंदा हो गया है। और उसमें डुबकी लगाने से बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। अब तो खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने भी महाकुंभ में गंगा स्नान को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है।
मल्लिकार्जुन खडग़े का कहना है कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी नहीं हटेगी, उन्होंने श्रद्धालुओं पर भी टिप्पणी की है कि वे हजारों रूपये खर्च कर प्रयागराज में डुबकी लगाने जाते हैं लोगों में डुबकी लगाते हुए फोटो खिंचाने की होड़ लगी हुई है।
हालांकि खडग़े ने अपने इस बयान पर यह कहकर तत्काल माफी भी मांग ली की उनके बयान से यदि किसी की आस्था को चोट लगती है तो इसके लिए वे क्षमाप्रार्थी हैं। किन्तु तीर तो कमान से निकल चुका है और भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका मिल चुका है। बेहतर होगा कि विपक्ष के नेता महाकुंभ को लेकर इस तरह की आपत्तिजनक टिका टिप्पणी करने से बाज आयें।