कवर्धा में जिंदा किसान को बता दिया मृत, नहीं बेच पा रहा धान का एक भी दाना
- कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर कवर्धा के महका गांव के किसान भागवत चंद्राकर
- कलेक्टर से की जांच व कार्रवाई व धान खरीदी किए जाने की मांग
कवर्धा/नवप्रदेश। कवर्धा (kawardha paddy procurement) जिले में धान खरीदी को लेकर किसानों द्वारा किए गए आंदोलनों के बाद यहां दोबारा धान खरीदी शुरू होने वाली है। लेकिन इसके बावजूद भी पटवारी की लापरवाही से महका गांव का एक किसान अपना धान नहीं बेच पाएगा।
दरअसल कवर्धा (kawardha paddy procurement) जिले के पंडरिया विकासखंड के महका गांव निवासी किसान (farmer mentioned as dead) भागवत चंद्राकर को धान पंजीयन में मृत बता दिया गया है जिसके चलते वह इस साल अब तक धान का एक दाना भी खरीदी केंद्र पर नहीं बेच (not able to sell paddy) पाया और उसके द्वारा आगे भी धान बेच पाना मुश्किल हो गया है।
अब किसान (farmer mentioned as dead) भागवत चंद्राकर अफसरों के कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। भागवत के पास करीब 7 एकड़ खेती है। पिछले वर्ष उन्होंने अपने खेत का धान, धान खरीदी केन्द्रों पर बेचा था। लेकिन इस बार पटवारी की लापरवाही के चलते धान पंजीयन में ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में किसान भागवत धान का एक भी दाना नहीं बेच पा रहे हैं (not able to sell paddy) । अपनी समस्या को लेकर आखिरकार किसान ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर से इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने व अपने धान की खरीदारी किए जाने की मांग की है।
आंदोलनों के बाद हुआ है दोबारा खरीदी का ऐलान
बता दें कि जिले समेत पूरे राज्य में धान खरीदी बंद हो चुकी है। लेकिन कवर्धा जिले में बीते दिनों हुए किसानों के आंदोलन व चक्काजाम के मद्देनजर राज्य सरकार ने जिले में 20 तारीख के बाद सचिव की नियुक्ति कर दोबारा धान खरीदी शुरू करने करने का ऐलान किया है।
लेकिन भागवत चंद्राकर केे सामने सवाल ये खड़ा हो गया है कि जब वे पंजीयन में जीवित ही नहीं है तो उनके नाम के धान की खरीदी कैसे होगी।