Katghora में टेस्ट किट का ‘टेस्ट’ पूरा, डिस्चार्ज हो चुके तीन व एक नार्मल व्यक्ति…
रायपुर/नवप्रदेश। कटघोरा (katghora) में लोगों का एंटीबॉडी (anti body test) टेस्ट शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को ही स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह के नेतृत्व में रायपुर से कटघोरा पहुंची विभाग की टीम की ओर से कोराबा जिले के लिए दो हजार रैपिड टेस्ट किट (rapid test kit) सौंप दी गई थी।
कोरोना वायरस रोकथाम अभियान के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र गहवई ने बताया कि रविवार को कटघोरा (katghora) में एक तरह से रैपिड टेस्ट के परीक्षण का काम पूरा हो गया है। कुछ नार्मल व कुछ कोरोना का सफल इलाज के बाद डिस्चार्ज हो चुके मरीजों का रैपिड टेस्ट किट (rapid test kit) के जरिए एंटीबॉडी टेस्ट कराकर किट का परीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर स्वस्थ हो चुके मरीजों के रैपिड टेस्ट में एंटीबॉडी (antibody test) पॉजिटिव आता है।
परीक्षण के लिए एक नार्मल व तीन डिस्चार्ज हो चुके मरीजों का टेस्ट : बोर्डे
वहीं कोरबा के सीएमएचओ भारत भूषण बोर्डे ने बताया कि रैपिड टेस्ट किट के परीक्षण के लिए रविवार को कटघोरा (katghora) के एक नॉर्मल व तीन कोरोना के सफल इलाज के बाद डिस्चार्ज हो चुके मरीजों का भी रैपिड टेस्ट किट से एंटीबॉडी टेस्ट कराया गया है। आज लैब तक्रीशियनों को ट्र्रेनिंग दी जा रही है। कल से जांच शुरू हो जाएगी। माना जा रहा है कि 20-25 एंंटीबॉडी टेस्ट हो सकेंगे।
रैपिड टेस्ट के बाद आगे क्या ?
कोरबा जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक रैपिड टेस्ट पॉजिटिव आने पर संबंधित मरीज का कोरोना संबंधी इलाज शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे मरीज का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना है या नहीं यह मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर डिसाइड करेंगे। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो यदि किसी का एंटीबॉडी टेस्ट पॉजिटिव आता है तो उसका कन्फर्मेशन टेस्ट (आरटीपीसीआर)कराना अनिवार्य है। यह उन मरीजों के लिए अपवाद हो सकता है जो कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। क्योंकि स्वस्थ होने के बाद भी शरीर में एंटीबॉडी कुछ दिन तक मौजूद होता है।
रैपिड टेस्ट कराए जाने पर यदि किसी व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी पाया जाता है उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराकर उसका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। उस व्यक्ति का कोरोना को लेकर कन्फर्मेशन टेस्ट कराना है या नहीं, यह इलाज करने वाले डॉक्टर पर निर्भर करेगा।
आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना हॉटस्पॉट वाले इलाकों में रैपिड टेस्ट कराए जाने हैं। लेकिन रैपिड टेस्ट में एंटीबॉडी पॉजिटिव आने पर स्टैंडर्ड प्रोसिजर के अनुसार संबंधित मरीज का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है।
-प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर, निदेशक, एम्स रायपुर
कोरोना की स्क्रीनिंग के लिए जो रैपिड टेस्ट किट आ रही है वो स्पेस्फिक है। फिर भी इस स्क्रीनिंग में एंटीबॉडी पाए जाने पर ऐसे मरीजों को कोरोना को लेकर कन्फर्मेशन जरूरी है ही।
-डॉ. शर्मिला राऊत, एचओडी, माइक्राबायोलॉजी, मेयो हास्पिटल नागपुर