1 लाख की इनामी महिला नक्सली का आत्मसमर्पण
मासूम बच्चे के साथ जंगल में छोड़ गए थे नक्सली, पुलिस ने दिखाई मानवता
हिंसा छोड़ मुख्यधारा मेंं लौटने वालों का स्वागत : पुलिस
नवप्रदेश संवाददाता
कांकेर। भले ही नक्सली अपने खतरनाक मंसूबों को पाने के लिए कोई भी घटना दुर्घटना को अंजाम देकर सफल तो हो जाते है लेकिन नक्सलियों का घिनोना चेहरा भी आमजनो के अब देखने मिल रहा है जहां पुलिस ने एक ओर ईनामी महिला नक्सली और उसके 5 दिन के मासूम बच्चे को जिला अस्पताल में इलाज करवाकर मानवता का परिचय देकर हिंसा छोड़ मुख्य धारा में लौट आने की अपील किया है बुधवार को पुलिस अधीक्षक के एल धुर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर के नेतृत्व में पुलिस कार्यालय में एक लाख की इनामी नक्सली को आत्मसमर्पण कराया गया तथा हिँसा छोड़ मुख्यधारा में लौट आने का स्वागत किया बता दे कि एक लाख की ईनामी महिला नक्सली ने अपने 5 दिन के बच्चे के साथ किया आत्मसमर्पण, प्रसव के ठीक पहले आलपरस गांव के पास छोड़ गए थे नक्सली, पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने, बच्चे और महिला नक्सली को अस्पताल में भर्ती कराकर मानवता का परिचय दिया है बता दे कि गश्त के दौरान जंगल के पास डीआरजी टीम महिला नक्सली अपने बच्चे के साथ मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने अपना मानवीय चेहरा दिखाते हुए महिला नक्सली और उसके बच्चे को अच्छे ईलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया।
नक्सली महिला ने बताया कि उसके साथी नक्सली से वह गर्भवती हुई थी लेकिन नक्सलियों ने क्रूरता दिखातें हुए महिला को प्रसव के ठीक पहले आलपरस गांव के पास छोड़ दिया। जिसके बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया और गश्त के दौरान जंगल के पास डीआरजी टीम ने महिला नक्सली को अपने बच्चे के साथ देखा और तत्काल उपचार के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया। महिला नक्सली पर 1 लाख का ईनाम घोषित था और अब उसने अपने बच्चे के साथ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे।