K Kavitha Resignation : भाई-बहन की लड़ाई से बढ़ा सियासी संकट: पापा ने किया सस्पेंड…बेटी ने दिया इस्तीफा – क्या कहा के कविता ने…?

K Kavitha Resignation
K Kavitha Resignation : तेलंगाना की सियासत में बड़ा भूचाल तब आया जब बीआरएस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने अपनी ही बेटी के. कविता (K Kavitha) को पार्टी से निलंबित कर दिया। इसके अगले ही दिन कविता ने विधान परिषद सदस्य के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी।
पिता से प्रेरणा, भाई पर हमला
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक होते हुए कविता ने अपने पिता को अपनी “प्रेरणा” बताया, लेकिन साथ ही अपने भाई और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव (KTR) व चचेरे भाई टी. हरीश राव पर तीखे वार किए।
कविता ने कहा –
“मैं राम अन्ना (KTR) से आग्रह करती हूं कि वो पार्टी कार्यकर्ताओं और पापा (KCR) के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लेकिन जब मेरे खिलाफ पार्टी(K Kavitha Resignation) ऑफिस से ही झूठा प्रचार शुरू हुआ और KTR ने कोई जवाब नहीं दिया, तब मुझे सच्चाई समझ में आ गई।”
हरीश राव पर गंभीर आरोप
कविता ने सीधे तौर पर हरीश राव पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से साज़िश रचने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया –
हरीश राव ने दिल्ली दौरे के दौरान रेवंत रेड्डी के पैर पकड़े थे।
उनके आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी से पुराने रिश्ते हैं।
“हरीश संकटमोचक नहीं, बल्कि दोहरा हथियार चलाने वाले नेता हैं।”
कविता ने अपने पिता और भाई को चेतावनी दी कि हरीश राव और संतोष कुमार जैसे लोग पार्टी को भीतर से कमजोर कर रहे हैं।
पार्टी की कार्रवाई
बीआरएस ने मंगलवार को कविता को निलंबित करते हुए कहा कि उनके बयान पार्टी(K Kavitha Resignation) की नीतियों और सिद्धांतों के खिलाफ हैं।
कविता का निलंबन और इस्तीफा, हफ्तों से चल रही पार्टी की आंतरिक खींचतान का चरम माना जा रहा है।
पृष्ठभूमि: पहले भी जताई थी नाराजगी
कविता ने हाल ही में पार्टी पर उन्हें तेलंगाना बोग्गू गनी कार्मिक संघम (TBGKS) के मानद अध्यक्ष पद से हटाने की साजिश का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि वरिष्ठ नेता KCR पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लगाने और पार्टी को अंदर से तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।