पत्रकार मुकेश हत्याकांड : मुख्य आरोपी फरार, तीन गिरफ्तार, डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा SIT करेगी जांच
पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की जांच 4 हफ्ते में पूरी कर चालान पेश कर
स्पीड ट्रायल करवाया जाएगा-उपमुख्यमंत्री शर्मा
अपराधियों के अवैध कब्जों पर कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ
घटना की जांच हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का किया गया गठन
रायपुर, 4 जनवरी, 2024। Murder of journalist Mukesh Chandrakar उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में चल रही जांच और कार्रवाई के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल प्रदेश के लिए बल्कि पत्रकारिता के स्वतंत्र स्वरूप के लिए भी एक गंभीर आघात है। प्रदेश सरकार इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लेकर जांच सुनिश्चित कर रही है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों—रितेश चंद्रकार, दिनेश चंद्रकार और महेंद्र रामटेके—को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले की जांच को तेज करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर (आईपीएस) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फॉरेंसिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस तैयार किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 4 हफ्ते में चालान पेश कर स्पीड ट्रायल करवाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि अपराधी ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर के सभी कार्यो की जांच कराने की बात उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने की है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि यह मामला 01 जनवरी 2025 की रात शुरू हुआ, जब पत्रकार श्री मुकेश चंद्रकार अपने घर से लापता हो गए। उनके बड़े भाई द्वारा 02 जनवरी को बीजापुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मृतक की अंतिम लोकेशन और संबंधित व्यक्तियों की पूछताछ की। जांच के दौरान सुरेश चंद्रकार के बाड़े में स्थित सेप्टिक टैंक से मृतक का शव बरामद किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेसी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार, जो इस मामले में प्रमुख आरोपी है, और वर्तमान में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सचिव के पद पर कार्यरत हैं, की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। उसकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की जा रही है। अब तक आरोपी कांग्रेस नेता के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है और अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आश्वासन दिया कि इस मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के तहत कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
कांग्रेसी नेता सभी आपराधिक घटनाओ में शामिल
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं की अनैतिक गतिविधियों और आपराधिक करतूतों को उजागर करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अब जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कई गंभीर घटनाओं का जिक्र किया, जिसमें कांग्रेस नेताओं के सीधे तौर पर अपराधों में लिप्त होने के मामले सामने आए हैं।
उन्होंने सबसे पहले बलौदाबाजार की घटना का उल्लेख किया, जहां कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जेल में हैं और हाईकोर्ट तक ने उन्हें जमानत देने से मना कर चुका है। उन्होंने कहा कि इस घटना से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आया है। इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2024 में सारंगढ़-विलाईगढ़ में कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े द्वारा एक सार्वजनिक प्रदर्शन के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को कलेक्टर कार्यालय में घुसकर तोडफ़ोड़ करने के लिए उकसाए जाने का हवाला दिया। जांगड़े ने पुराने हिंसक घटनाओं का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं को फिर से ऐसी ही घटनाओं को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया, जो न केवल कानून का उल्लंघन था बल्कि कांग्रेस की सोच को भी दर्शाता था।
इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने सुरजपुर में एक पुलिसकर्मी की पत्नी और उसकी मासूम बेटी की हत्या के मामले में कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के पदाधिकारी कुलदीप साहू और एनएसयूआई अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी की संलिप्तता पर चर्चा की।
उपमुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ बालोद के डौंडी थाने में दर्ज एफआईआर का भी उल्लेख किया, जिसमें एक हेड मास्टर की आत्महत्या के मामले में उनका नाम सामने आया है। उन्होंने इसे कांग्रेस नेताओं की सत्ता का दुरुपयोग बताया।
श्री विजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में अपराध और अराजकता का बोलबाला है। पार्टी के नेता न केवल कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि वे ऐसे कार्यों को बढ़ावा भी दे रहे हैं।
मुख्य अरोपी कांग्रेस का नेता है—आदेश देखें
बीजापुर पुलिस ने ये बताई क्राइम सीन
पत्रकार साथी श्री मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण के तीन आरोपी गिरफ्तार
प्रकरण की अग्रिम विवेचना हेतु श्री मयंक गुर्जर, अति0पुलिस अधीक्षक, बीजापुर के नेतृत्व में गठित की गई एसआईटी (विशेष जांच दल)
फारेंसिक टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है विवेचना
ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है । सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है, अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है । प्रकरण की विवेचना के उपरान्त त्वरित अभियोजन की कार्यवाही सुनिश्चित की जावेगी ।
जिला बीजापुर के पत्रकार साथी श्री मुकेश चंद्रकार,के 01 जनवरी की रात के लगभग 08.30 बजे से अपने घर से लापता होने के संदर्भ में उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाना कोतवाली बीजापुर में दिनांक 02/01/2025 के रात्रि 07.30 बजे सूचना दी। सूचना पर तत्काल थाना कोतवाली बीजापुर में गुम इंसान क्रमांक 01/2025 दर्ज कर जांच में लिया गया।
?पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा पत्रकार श्री मुकेश चंद्रकार पिता स्व0 चेन्ना चंद्रकार उम्र 32 वर्ष निवासी बासागुड़ा हाल पुजारीपारा बीजापुर के लापता होने की सूचना मिलने पर तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की 03 टीम का गठन गुम इंसान पतासाजी हेतु की गई।
जांच के दौरान मुकेश चंद्रकार के रिश्तेदार, मीडिया साथियों से मुकेश चन्द्रकार के गुम होने के सबंध में पूछताछ किया गया, साथ ही पूछताछ पर संदेह में आए व्यक्तियों की ष्टष्ठक्र एवं लोकेशन लिये गये। मृतक के लास्ट लोकेशन के आधार पर दिनांक 02/01/2025 के रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया।
?तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई ।
?दिनांक 03/01/2025 को श्री मुकेश चन्द्रकार के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किये गये, अनहोनी के आशंका को भापते हुऐ सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टीक टैंक को देखकर हालात से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुऐ दोपहर लगभग 02:30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजुदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया।
सेप्टीक टेंक का ढक्कन खोलने पर टेंक से 01 पुरूष का शव दिखा जिसके हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त गुम इंसान पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में हुई।
फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनाम के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर किया गया था । शव पंचनामा के पश्चात दिनांक 04/01/2025 को पोस्टमार्टम कार्यवाही की गई ।
प्रकरण में थाना बीजापुर में अपराध क्रमांक 01/2025, बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।
इस दौरान दिनांक 03/01/2025 को घटना के संदेही को पकडऩे हेतु गठित 01 टीम को रायपुर के लिए भेजा गया। घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया एवं घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया ।
घटना के आरोपी रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार से पूछताछ की जा रही है एवं घटना में प्रयुक्त आलाजरब की बरामदगी की कार्यवाही की जा रही है। घटना के आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीम बनाकर घेराबंदी की जा रही है । अभी तक की पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई है कि पत्रकार स्व0 मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे तथा पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी । घटना दिनांक 01/01/2025 की रात को लगभग 08:00 बजे मृतक स्व0मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाईल पर बातचीत हुई । तत्पश्चात मृतक स्व0 मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार बीजापुर की चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचे तथा रात्रि भोजन करने लगे । इसी दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा मृतक स्व0 मुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद हमारे कामधाम में सहयोग की बजाय बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई । इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित उनके सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया । दोनो आरोपियों के द्वारा किये गये हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई । मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठीकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टीक टेंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया ।
?तत्पश्चात आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार जो जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य परिजनों के साथ मौजुद थे, उनसे संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुए । इस दौरान दिनेश चन्द्रकार द्वारा तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचे । रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार की मुलाकात बोदली में हुई तथा घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने हेतु साजिश रचा गया ।
? आरोपी रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाईल को ठीकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गये । उसके बाद रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार को सेप्टीक टेंक को प्लास्टर करने हेतु बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के वाहन से रायपुर के लिए रवाना हो गया । तत्पश्चात रितेश चन्द्रकार द्वारा दिनांक 02/01/2025 के शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए चले गये ।
? दिनांक 02/01/2025 के सुबह दिनेश चन्द्रकार द्वारा चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टीक टेंक (जहां पर मृतक मुकेश चन्द्रकार के शव को हत्या के पश्चात छुपाया गया) की सिमेंट फ्लोरिंग नये सिरे से की ।
? प्रकरण में अब तक कुल तीन आरेपी 1. रितेश चन्द्रकार, 2. दिनेश चन्द्रकार एवं 3. महेन्द्र रामटेके को पुलिस द्वारा गिरफ्तार की जाकर अग्रिम पूछताछ की जा रही है ।
? पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, द्वारा पत्रकार साथी स्व0 मुकेश चन्द्रकार के हत्या के प्रकरण में जिला बीजापुर के कोतवाली थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 01/2025 की अग्रिम विवेचना हेतु श्री मयंक गुर्जर, अति0पुलिस अधीक्षक, बीजापुर के नेतृत्व में गठित की गई 11 सदस्यीय स्ढ्ढञ्ज टीम को सौंपा गया है ।
? प्रकरण के फरार आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गिरफ्तारी हेतु पृथक –पृथक से 04 पुलिस टीम उनकी संभावित ठिकानों पर घेराबंदी की जा रही है ।
? पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, जगदलपुर श्री सुंदरराज पी0 द्वारा बताया गया कि- पत्रकार साथी स्व0 मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी बख्शा नही जायेगा । जांच हेतु गठित स्ढ्ढञ्ज टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन हेतु चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जावेगी ।
? उल्लेखनीय है कि ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है । विगत 04 घंटे में सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है, अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है । साथ साथ ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार द्वारा अवैध तरीके से निर्माण की गई को भी ध्वस्त किया गया ।