Jharkhand Political Turmoil : झारखंड सरकार में सब ठीक नहीं, राजनीतिक हलचल जारी…!

Jharkhand Political Turmoil

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झारखंड सरकार में (Jharkhand Political Turmoil) हालात सामान्य नहीं हैं। कांग्रेस को भले ही यह भरोसा हो कि झारखंड सरकार में सब सामान्य है, लेकिन पिछले कई घटनाक्रम असामान्य स्थितियों की ओर ही इशारा कर रहे हैं।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लगातार दिल्ली दौरों को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि झारखंड में नए सत्ता समीकरण बन सकते हैं। इसी बीच झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव और झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की एक रहस्यमयी (Delhi Meeting Video) मुलाकात का वीडियो सामने आया है। यह झारखंड की राजनीति में असामान्यता को बल देने वाला है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन इन दिनों दिल्ली के दौरे पर हैं। उनके बुधवार को रांची लौटने की संभावना है। बीते 15 दिनों में वे दूसरी बार दिल्ली के दौरे पर गए हैं। कहने को तो वे झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार के बेटे के रिसेप्शन में शामिल होने के लिए गए थे, लेकिन कहा जा रहा है कि यह दौरा सिर्फ इतने तक ही सीमित नहीं है। वे एक बार फिर बीजेपी के दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।

क्या हाथ मिलाने वाले हैं बीजेपी और जेएमएम

झारखंड का एक सीसीटीवी फुटेज इन दिनों चर्चा में है। इस वीडियो में झारखंड विधानसभा के कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को कुछ कागजात देते हुए नजर आ रहे हैं। यह कौन से पेपर हैं? क्या यह कोई लिस्ट है? वीडियो में दिख रहा है कि बाबूलाल मरांडी धीमे कदमों से आगे बढ़ते हैं और विपरीत दिशा से प्रदीप यादव उनके समीप पहुंचते हैं।

यादव उनको कुछ पेपर देते हैं। बाबूलाल मरांडी पेपर को देखते हैं और यादव उनसे चर्चा करते हुए, पेपर पर उंगली से कुछ दिखाते हैं। इस छोटी सी मुलाकात के बाद दोनों नेता विपरीत दिशाओं में रवाना हो जाते हैं। यह रहस्यमयी मुलाकात झारखंड में (Jharkhand Political Turmoil) सियासी बदलाव की अटकलों को बल दे रही है।

सत्ताधारी गठबंधन टूट रहा या कांग्रेस

झारखंड में सियासी उलटफेर के कयासों के बीच कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम के बीच (All is Well Claim) है।

लेकिन बताया जाता है कि झारखंड कांग्रेस में कलह जमकर चल रही है। इन घटनाक्रमों के बीच अब कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि या तो जेएमएम-कांग्रेस का गठबंधन टूटने वाला है, या फिर झारखंड के कांग्रेस विधायकों में ही विभाजन होने वाला है।

सोमवार को दिल्ली गए हेमंत सोरेन बुधवार को वापस लौट सकते हैं। संभव है कि दिल्ली में झारखंड सरकार के भविष्य को लेकर रणनीति तय हो चुकी हो। हेमंत सोरेन करीब 15 दिन पहले भी दिल्ली गए थे।

वहां उन्होंने बीजेपी के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी। संभव है कि पिछली मुलाकातों में हुई बातचीत का असर ताजा मुलाकातों में देखा जा सकता है। झारखंड में क्या वास्तव में सत्ता की नई खिचड़ी पक रही है, यह हेमंत सोरेन के लौटने के बाद स्पष्ट हो सकेगा।