Jharkhand IED Blast : सारंडा के जंगल में नक्सली हमला, दो आईईडी विस्फोटों से CoBRA बटालियन के 2 जवान गंभीर घायल
Jharkhand IED Blast
झारखंड में नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों के खिलाफ नक्सलियों की हिंसक गतिविधियां थमने (Jharkhand IED Blast) का नाम नहीं ले रही हैं। पश्चिम सिंहभूम जिले के घने सारंडा जंगल में रविवार को चल रहे तलाशी अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोटों में सीआरपीएफ के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस वक्त हुई, जब सुरक्षा बलों की टीम नक्सली मूवमेंट की सूचना पर इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही थी।
जानकारी के मुताबिक, चाईबासा पुलिस और CoBRA 209 बटालियन के जवान संयुक्त रूप से सारंडा जंगल के बालिबा इलाके में तलाशी अभियान पर निकले थे। इसी दौरान दोपहर करीब 1.45 बजे हेड कांस्टेबल अलख दास एक आईईडी की चपेट में आ गए। जोरदार धमाके में वे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद पूरे इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई।
पहले धमाके की सूचना मिलने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल करीब 3.15 बजे घटनास्थल की ओर बढ़े। इसी दौरान दूसरा आईईडी विस्फोट (Jharkhand IED Blast) हुआ, जिसमें CoBRA 209 बटालियन के जवान नारायण दास घायल हो गए। दोनों घायलों को तत्काल सीआरपीएफ बैरक लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एयरलिफ्ट कर रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पश्चिम सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि लगातार दबाव में आकर नक्सलियों ने यह कायरतापूर्ण कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के अभियान से नक्सली बुरी तरह हताश हैं और इसी वजह से आईईडी जैसे हथकंडों का सहारा ले रहे हैं।
एसपी अमित रेणु ने स्पष्ट किया कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा तथा सारंडा के जंगल में तलाशी और सघन (Jharkhand IED Blast) कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने इलाके में कई स्थानों पर आईईडी बिछा रखे हैं, जिससे न सिर्फ सुरक्षाबलों बल्कि जंगल पर निर्भर आम ग्रामीणों को भी खतरा बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि पत्ता तोड़ने, दातून या अन्य वन उत्पाद लेने जंगल जाने वाले ग्रामीण कई बार इन विस्फोटकों की चपेट में आ चुके हैं। इस ताजा घटना के बाद पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षाबल सर्च ऑपरेशन को और व्यापक स्तर पर चला रहे हैं।
