जंगली हाथी के हमले से महिला की मौत: ग्रामीणों में आक्रोश
पत्थलगांव । छत्तीसगढ़ के जशपुर वन मंडल का सेमरताल गांव में जंगली हाथी ने एक महिला को कुचल कर मार डाला। यहां विचरण कर रहे जंगली हाथियों की जानकारी दे पाने में वन अधिकारियों की विफलता को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। जशपुर वन मंडल अधिकारी कृष्ण कुमार जाधव ने आज बताया कि गुरूवार को सेमरताल क्षेत्र में जंगली हाथियों के हमले से एक महिला अंजेला एक्का (40) की मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। जंगली हाथी ने इस महिला के घर की बाड़ी में पहुंच कर अचानक जानलेवा हमला कर दिया था। वन विभाग ने आज मृतक महिला के परिजनों को 25 हजार रुपए की तत्कालिक आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी है।
श्री जाधव ने बताया कि यहां पत्थलगांव, दुलदुला, मनोरा, बगीचा और बादलखोल अभ्यारण्य में विचरण कर रहे जंगली हाथियों के किसी भी दल में कालर आईडी की सुविधा नहीं होने से इनकी गतिविधियों की सेटेलाईट से जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसी वजह सेमरताल क्षेत्र के ग्रामीणों को भी कल समय पूर्व जंगली हाथियों की उपस्थिति से सतर्क नहीं किया जा सका था।
श्री जाधव ने बताया कि यहां दुलदुला वन क्षेत्र में विचरण कर रहा जंगली हाथियों का बड़ा दल के किसी सदस्य में कालर आईडी लगाने का विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है।
जशपुर जिले में जंगली हाथियों से ग्रामीणों की मौत का सिलसिला पर विराम नहीं लग पाने की घटना में कुनकुरी विधायक यूडी मिंज ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जशपुर, रायगढ़, सरगुजा जिलों में जंगली हाथियों का उत्पात रोकने की सभी योजनाएं निरर्थक साबित हुई हैं। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र में फलदार पौधे एवं जंगली घास व पानी के समुचित इंतजाम करने की वृहद कार्य योजना मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की गयी है। इस पर क्रियान्वयन होने से मानव तथा वन्य प्राणियों की सुरक्षा की अच्छी पहल हो सकती है।
सं बघेल
वार्ता