जम्मू-कश्मीर: यूपीए को 4 सीटों का फायदा, बीजेपी को 1 का नुकसान संभव

जम्मू-कश्मीर: यूपीए को 4 सीटों का फायदा, बीजेपी को 1 का नुकसान संभव

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है। अब सबकी नजर 23 मई पर है, जिस दिन नतीजे आएंगे। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या केंद्र में एक बार फिर मोदी सरकार होगी या फिर कांग्रेस या फेडरल फ्रंट की अगुआई में नई सरकार होगी। एग्जिट पोल में एक बार फिर मोदी सरकार का अनुमान जताया गया है। यहां हम बता रहे हैं जम्मू-कश्मीर के लिए एग्जिट पोल का अनुमान।
किसको कितनी सीट
जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की कुल 6 सीटें हैं। इस बार यूपीए को यहां बढ़त मिलती दिख रही है। उसके खाते में 4 सीटें आ सकती हैं। पिछली बार यूपीए का सूबे में खाता तक नहीं खुला था। बात अगर बीजेपी को करें तो उसके खाते में 2 सीटें जाती दिख रही हैं। 2014 में बीजेपी ने यहां से 3 सीटें जीती थीं। साफ है उसे एक सीट का नुकसान हो सकता है। 2014 में 3 सीटें जीतने वाली महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को इस बार एक भी सीट नहीं मिलती दिख रही है।
किसको कितने वोट
सबसे पहले बात यूपीए की। यूपीए को 2014 में जम्मू-कश्मीर में 34 प्रतिशत वोट मिले थे। इस बार उसके वोट शेयर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। टाइम्स नाउ-वीएमआर के एग्जिट पोल के मुताबिक यूपी को इस बार यहां 48.92 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं जो पिछली बार 14.92 प्रतिशत ज्यादा है।
पिछड़ा महागठबंधन, बीजेपी को बढ़त
बीजेपी को 30.6 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं जो 2014 की तुलना में 1.8 प्रतिशत कम है। पिछली बार बीजेपी को सूबे में 32.4 प्रतिशत वोट मिलेंगे। पीडीपी के वोट शेयर में काफी कमी देखने को मिल सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार उसे सिर्फ 10.7 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं जो पिछली बार से 9.8 प्रतिशत कम हैं। इसी तरह अन्य के खाते में इस बार 9.78 प्रतिशत वोट जा सकते हैं जो 2014 की तुलना में 3.32 प्रतिशत कम है।
5 चरणों में हुए थे जम्मू-कश्मीर में चुनाव
महज 6 सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में 5 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए। अकेले अनंतनाग लोकसभा सीट पर ही सुरक्षा कारणों से 3 चरणों में चुनाव हुए। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस, पीडीपी और नैशनल कॉन्फ्रेंस के बीच में है। (एजेंसी)

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