ITM University : आईटीएम विवि के सातवें दीक्षांत समारोह में 486 स्टूडेंट्स को मिली डिग्री
रायपुर, नवप्रदेश। आईटीएम विश्वविद्यालय रायपुर का सप्तम दीक्षांत समारोह राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में शुक्रवार को संपन्न हुआ। इस समारोह में पर्यावरण, कॉर्पोरेट, बैंकिंग और व्यावसायिक शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान
के लिए विशेष अतिथि के रूप में मौजूद शैलेश हरिभक्ति एंड एसोसिएट्स के चेयरमैन शैलेश विष्णुभाई हरिभक्ति और महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया के फाउंडर व चेयरमैन अरुण नंदा को डी. लिट् की मानद उपाधि से नवाजा (ITM University) गया। इसके पश्चात
आईटीएम विश्वविद्यालय के 443 ग्रेजुएट व 43 पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को क्रमश: ग्रेजुएट व पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रदान की गई। विभिन्न कोर्सेस में टॉपर 16 स्टूडेंट्स सहित ओवरऑल यूनिवर्सिटी टॉपर को गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग (पीयूआरसी) के चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ) उमेश कुमार मिश्रा इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद (ITM University) थे। शैलेश हरिभक्ति एंड एसोसिएट्स के चेयरमैन श्री शैलेश विष्णुभाई हरिभक्ति और महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया के फाउंडर व चेयरमैन
अरुण नंदा बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता आईटीएम विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर प्रो. नितिन पुत्चा ने की। आईटीएम विश्वविद्यालय की डायरेक्टर जनरल लक्ष्मी मूर्ति ने विश्वविद्यालय का वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए विवि के महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों की जानकारी (ITM University) दी।
आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के वाइस प्रेसिडेंट प्रो. आर.एस.एस. मणि ने मानद उपाधि से अलंकृत अतिथियों के उपलब्धिपूर्ण कार्यों को रेखांकित किया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग (पीयूआरसी) के चेयरमैन प्रोफेसर (डॉ) उमेश कुमार मिश्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप दूसरों से वैसा व्यवहार ना करना जैसा आप खुद के लिए नहीं चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि इसे दीक्षान्त समारोह कहते है ना कि शिक्षान्त क्योंकि यहां से जाने के बाद भी आपको सीखते रहना है और समाज के लिए कार्य करना है। उन्होंने छात्रों से कहा कि किसी भी कार्य पर आपका पूरा फोकस होना चाहिए।
आईटीएम यूनिवर्सिटी में आउटकम बेस्ड एजुकेशन और शिक्षा मंत्रालय की चार स्टार रेटिंग जैसी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि आईटीएम विश्वविद्यालय राज्य एवं देश में सर्वोत्तम विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाएगा।
विश्वविद्यालय की दीक्षांत शोभायात्रा सुबह 10:00 शुरू हुई। फिर मंच पर राष्ट्रगान और माँ सरस्वती की पूजा अर्चना के बाद चांसलर डॉ. पी. वी. रमना की ओर से प्रो-चांसलर प्रो. नितिन पुत्चा ने दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की विधिवत घोषणा की।
आईटीएम विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स में ओवरआल टॉपर ऋषभ जैन बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग, क्रुपा रावल टॉपर एमबीए फाइनेंस, वर्षा बजाज टॉपर एमबीए ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, राधिका शर्मा टॉपर एमबीए मार्केटिंग, अर्पिता पॉल टॉपर एम.ऑप्टो,
प्रबलीन कौर झाज टॉपर बीबीए एलएलबी, सनोबर खान टॉपर बी. आर्क ऋषभ जैन टॉपर बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग, जलालुद्दीन नसीरुद्दीन टॉपर बी. टेक कंप्यूटर साइंस (सीटीआईएस), आकांक्षा चौधरी टॉपर बी.ऑप्टो, स्नेहल संगानी टॉपर बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, गौरव राज टॉपर बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी,
नोहित झाड़े टॉपर बी.कॉम (ऑनर्स), प्रीत जयसिंघानी टॉपर बीबीए, लिपि बोवारिया टॉपर बीसीए (सीटीआईएस) और सिद्धार्थ बाघ टॉपर बी. ए (ऑनर्स) आईएचटीएम शामिल हुए।
इस गरिमामय समारोह में आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के वाइस प्रेसिडेंट प्रो. आर.एस.एस. मणि, गवर्निंग बॉडी के सदस्य डॉ. एम. आई. मेमन, डॉ. आर. के. पुरोहित, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट सदस्य डॉ. यासीन शेख, डॉ. सत्य प्रकाश माखीजा, डॉ. रुपेश ठाकुर, डॉ. श्रद्धा पांडेय, प्रो. मुस्तफा अहमद,
प्रो. अमेय जानी सहित अकादमिक कॉउंसिल के सदस्य मौजूद थे। विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार विकास भोंसले ने आभार प्रदर्शन किया। मंच संचालन सहायक प्रोफेसर शैलजा बक्शी व आर्किटेक्ट श्रुति वालिया ने किया। कार्यक्रम के संपूर्ण समन्वय में ऑपरेशन हेड दीप्ति मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक रत्नेश श्रीवास्तव सहित विभिन्न कमेटी सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा।