IT RAID : राजस्व मंत्री जयसिंह और भगवादास अग्रवाल के बीच उपजते सवाल

IT RAID : राजस्व मंत्री जयसिंह और भगवादास अग्रवाल के बीच उपजते सवाल

IT Raid: Raid in many places simultaneously in Chhattisgarh

IT Raid

कारोबारियों के राजनीतिक कनेक्शन हो सकते हैं आयकर छापे-सर्वे की अहम कड़ी

रायपुर(नवप्रदेश)। IT RAID : छत्तीसगढ़ इन दिनों लगातार ही सुर्खियों में है। फिर चाहे इसकी वजह देश भर में मिल रहे अवार्डस हों, छत्तीसगढ़ माडल का दावा हो या फिर प्रदेश में कांग्रेस की लगातार जीत। इस बीच आयकर छापे-सर्वे को लेकर भी छत्तीसगढ़ चर्चा में बना हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि कारोबारियों के राजनीतिक कनेक्शन इसमें अहम कड़ी हो सकती है। छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के नजदीकी होने के कारण भगवानदास अग्रवाल का नाम खासा अहम हो जाता है। इसे इस तरह समझ सकते हैं कि जिन कारोबारियों के यहां आयकर के छापे पड़े हैं वे राजनीतिक रूप से किसके नजदीक हैं।

सूत्रों की मानें तो सियासत के माध्यम से नोटों की फसल काट रहे जिम्मेदार पदों पर बैठे कई ऐसे नाम हैं जो कारोबारियों के माध्यम से निवेश में अपनी अक्ल लगा रहे हैं। ऐसे में काले धन और भ्रष्टाचार के पैसे बाजार में आने से कर चोरी जैसे मामले स्वाभाविक हो जाते हैं। हालांकि बड़ा कारोबार करने वालों की तरफ से राजनैतिक दलों को दी जा रही फंडिंग में हो रहा बदलाव भी आयकर छापों ( IT RAID ) की वजह हो सकता है। यहां यह तथ्य अत्यन्त प्रासंगिक हो जाता है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष भले ही बदलता रहा हो लेकिन विभिन्न केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप लगातार ही लगाए जाते रहे हैं।
फिलहाल हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ में पड़े आयकर छापों ( IT RAID ) की साथ ही सर्वे कार्रवाई की। तीन दिन तक जारी रही इस पूरी प्रक्रिया में माना जा रहा है कि 35 ठिकानों में कार्रवाई हुई है। इतना ही नहीं 250 करोड़ के बेनामी लेन-देन करोड़ों की नगदी व ज्वेलरी मिले हैं। साथ ही रायपुर में दो बिलासपुर व कोरबा में एक-एक लाकर मिला है।

कोरबा में भगवानदास अग्रवाल समूह (छत्तीसगढ़ सेल्स कारर्पोरेशन और सर्वमंगला कंस्ट्रक्शन) उनके भाई रामकुमार अग्रवाल रायगढ़ के खरसिया में कार्रवाई हुई बताया जाता है।
रायपुर के रवि सिंघल (स्काई अलाज) के मालिक हैं। लोहा व कोयला व्यवसायी हैं।
रायपुर के शंकर नगर के ओमश्री अपार्टमेन्ट सुमित अग्रवाल और अमित अग्रवाल कोल व्यवसायी हैं। पहले बिलासपुर में रहते थे इन दिनों रायपुर में निवास हैं। हालांकि व्यापार बिलासपुर में अब भी बताया जाता है।
वालफोर्ट सिटी प्रदीप अग्रवाल के यहां भी आयकर की कार्रवाई बताई जाती है।
इसमें अहम बात यह है कि संबंधित लोगों के परिवारजनों सहित कर्मचारियों व लेन-देन का लेखाजोखा रखने वालों से भी आयकर विभाग ने जानकारियां ली हैं।

इधर छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल कुछ इस तरह है।

मंत्रिमण्डल में फेरबदल का फ्रेम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के दो दिन पहले मंत्रिमण्डल में फेरबदल के संकेत दिए। इसके बेाद वे दिल्ली और उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर निकल गए। वहां सेे लौटकर सीएम ने इस फेरबदल को लेकर तस्वीर साफ नहीं की। ऐसा माना जा रहा है कि ओमिक्रोन के चलते उत्तरप्रदेश चुनाव के आगे बढऩे की संभावना और छत्तीसगढ़ में आयकर छापों के चलते फेरबदल के फ्रेम में अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

राष्ट्रीय राजनीति और आयकर रेड
आयकर के छापों ( IT RAID ) को राष्ट्रीय राजनीति से जोड़कर पहले भी देखा जाता रहा है। उत्तर प्रदेश में हालिया छापों पर समाजवादी पार्टी ने तो सीधेतौर पर ही केन्द्र सरकार पर आरोप लगा दिए हैं। इसके विपरीत छत्तीसगढ़ में इन छापों को लेकर मुखर बयानबाजी देखने को नहीं मिली है। इसे फिलहाल कारोबारियों से जोड़कर ही देखा जा रहा है। हालांकि इसमें राजनीतिक पहलू की संभावना बराबर बनी हुई है। बावजूद इसके इंतजार करो और देखो की रणनीति देखने को मिल रही है।

रायगढ़-कोरबा में इनर कनेक्शन
आयकर विभाग ( IT RAID ) की तीन दिन तक चली बड़ी कार्रवाई में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी जिलों में भी कार्रवाई हुई है। बावजूद इसके छापे और सर्वे के केन्द्र में सबसे अहम रायगढ़-कोरबा कनेक्शन को ही माना जा रहा है। भूत-भविष्य और वर्तमान की सभी कडिय़ों को जोड़ा जा रहा है। खासतौर पर वर्तमान समीकरणों को। फोरेसिंग और सायबर एक्सपर्ट की टीम की भागेदारी ने इस छापे और सर्वे को एक नई दिशा दी है। डिजिटल लेन-देन व रिकार्डस से बड़े खुलासे की संभावना बनी हुई है।

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