संपादकीय: महाकुंभ स्थल पर सतर्कता बरतनी जरूरी

संपादकीय: महाकुंभ स्थल पर सतर्कता बरतनी जरूरी

It is necessary to be cautious at the Mahakumbh site

necessary to be cautious at the Mahakumbh site

necessary to be cautious at the Mahakumbh site: प्रयागराज में चल रहे महाकुंंभ में हर दिन एक करोड़ से अधिक लोग संगम में पूण्य स्नान कर रहे हैं। इस महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ लोगों के पहुंचने की संभावना है। अब 8 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा जी में डुबकी लगाई है। महाकुंभ आयोजन समीति और उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ स्थल पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

यही वजह है कि प्रयागराज में प्रतिदिन एक करोड़ से ज्यादा लोगों के पहुंचने के बावजूद किसी भी श्रद्धालु को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा है। इन तमाम पुख्ता इंतजामों के बावजूद 19 जनवरी को कुंभ स्थल के सेक्टर 19 में लगे गीता प्रेस गोरखपुर के पंडाल में आगजनी की घटना हो गई। यह गनीमत रही की इस अग्निकांड में कोई हताहत नहीं हुआ। 100 से अधिक पर्ण कुटिया और पंडाल जल गये लेकिन तत्काल अग्निशमन की दो दर्जन से ज्यादा गाडिय़ां मौके पर पहुंच गईं। 20 मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया गया।

अन्यथा यदि यह आग अन्य पंडालों तक पहुंच जाती तो बड़ी घटना हो सकती थी। यह भी संयोग रहा कि उस दिन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ स्थल पर मौजूद थे। जिन्होंने इस अग्रिकांड की सूचना मिलते ही संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये और खुद भी घटना स्थल पर पहुंच गए। गीता प्रेस गोरखपुर के पंडाल में यह आग कैसे लगी इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच के बाद ही यह पता चल पाएगा कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी है या किसी की असावधानी की वजह से यह घटना हुई है।

या फिर इसके पीछे किसी की कोई साजिश तो नहीं। बहरहाल, इस घटना से सबक लेने की जरूरत है और भविष्य में ऐसी घटना फिर न हो इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की भी जरूरत है। महाकुंभ स्थल पर अधिकांश पंडाल कपड़ों के बने हुए हैं। वहीं बड़ी संख्या में पर्ण कुटिया भी बनाई गई हैै जो घास फूस से बनती है। यदि ऐसी जगहों पर आग लगती है तो जाहिर है, बड़ा हादसा हो सकता था। बहरहाल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेला स्थल में और ज्यादा सावधानी बरतने के निर्देश दे दिए हैं।

उम्मीद की जानी चाहिए कि महाकुंभ स्थल पर अब ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी। सरकार अपनी ओर से हर संभव कदम उठा रही है। लेकिन महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं को भी चाहिए कि वे सतर्कता बरतें। ताकि उनकी असावधानी के कारण कोई अप्रिय घटना न घटे। इस तरह के भव्य आयोजनों में जहां प्रतिदिन एक करोड़ से भी ज्यादा लोगों की भीड़ उमड़ती हो। वहां इस तरह की किसी छोटी घटना पर भी भगदड़ की स्थिति निर्मित होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। प्रयागराज में ही 12 वर्ष पूर्व हुए महाकुंभ के दौरान वहां के रेलवे स्टेशन में अचानक भगदड़ की स्थिति बन गई थी।

जिसकी वजह से 35 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ही इस बार के महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को मद्देनजर रखकर उत्तरप्रदेश सरकार ने कारगर कदम उठाये हैं। इसकी वजह से अब तक कुंंभ में किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। किन्तु इस अग्निकांड के बाद अब श्रद्धालुओं में चिंता देखी जा रही है, जिसे दूर करने के लिए वहां एहतियाती कदम उठाने की सख्त जरूरत है। ताकि श्रद्धालुओं के मन में असुरक्षा की भावना घर न कर पाये।

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