IPS Officer Suicide Haryana : आइपीएस की आत्महत्या में डीजीपी और एसपी की छुट्टी संभव

IPS Officer Suicide Haryana : आइपीएस की आत्महत्या में डीजीपी और एसपी की छुट्टी संभव

IPS Officer Suicide Haryana

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IPS Officer Suicide Haryana : हरियाणा के 2001 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या (IPS Officer Suicide Haryana) के मामले ने राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जापान दौरे से लौटते ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार के घर पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया और मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर से जवाब-तलब किया।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने एडवोकेट जनरल से राय लेकर मुख्य सचिव, गृह सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। चर्चा है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजराणिया को जल्द ही छुट्टी पर भेजा जा सकता है (IPS Officer Suicide Haryana)। उन्हें पदों से हटाने के आदेश किसी भी समय जारी हो सकते हैं।

पूरन कुमार की पत्नी अमनीत ने मुख्यमंत्री से कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि “कत्ल जैसा मामला” है। उन्होंने बताया कि पति को लंबे समय से मानसिक और जातिगत उत्पीड़न झेलना पड़ रहा था। अमनीत ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में दो पृष्ठ की शिकायत सौंपी और कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए, अन्यथा वह पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं देंगी (IPS Officer Suicide Haryana)।

इस बीच, हरियाणा के एडीजीपी रैंक के वरिष्ठ अधिकारी ओपी सिंह का नाम कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर आगे बढ़ाया जा रहा है। ओपी सिंह, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा हैं और फिलहाल हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन व एफएसएल मधुबन के निदेशक का कार्यभार संभाल रहे हैं। वहीं एडीजीपी एवं एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी आलोक मित्तल से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की है, जिन्हें भी कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।

पूरन कुमार के सुसाइड नोट में 16 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने एडवोकेट जनरल से इन सभी के विरुद्ध संभावित विभागीय कार्रवाई और एफआईआर के पहलुओं पर चर्चा की है (IPS Officer Suicide Haryana)। पुलिस के लिए इतने बड़े स्तर पर एकसाथ कार्रवाई करना किसी चुनौती से कम नहीं माना जा रहा।

मुख्यमंत्री और अमनीत की लंबी बातचीत:

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अमनीत कुमार से लगभग सवा घंटे तक बातचीत की। इस दौरान उन्होंने परिवार को सुरक्षा और न्याय का भरोसा दिलाया। अमनीत ने कहा कि दोषी अधिकारियों की गिरफ्तारी तक वह पोस्टमार्टम नहीं होने देंगी। उनका कहना है कि वे पति के साथ हुए अन्याय को उजागर कर हर पीड़ित अधिकारी के लिए न्याय की आवाज़ बनेंगी।

डीजीपी ने सीएम को सौंपी रिपोर्ट:

मुख्यमंत्री के लौटते ही एयरपोर्ट पर डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने उन्हें केस से जुड़े सभी तथ्य बताए। जानकारी के अनुसार, पूरन कुमार पर एक शराब ठेकेदार द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी। यही मामला आगे बढ़कर विवाद में बदल गया और अंततः पूरन कुमार ने अपने सरकारी गनमैन की रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली।

पूरन कुमार के पास से आठ पृष्ठों का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम दर्ज हैं। अब मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि कुछ बड़े अधिकारियों को छुट्टी पर भेजकर जांच निष्पक्ष तरीके से कराई जाएगी (IPS Officer Suicide Haryana)।