IPS Officer Suicide Case Haryana : आत्महत्या पर गर्माई राजनीति, राहुल बोले- इंसानियत को कुचल रहा सामाजिक जहर

IPS Officer Suicide Case Haryana : आत्महत्या पर गर्माई राजनीति, राहुल बोले- इंसानियत को कुचल रहा सामाजिक जहर

IPS Officer Suicide Case Haryana

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IPS Officer Suicide Case Haryana : हरियाणा में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या (IPS Officer Suicide Case Haryana) ने अब राजनीतिक बवंडर खड़ा कर दिया है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस घटना को समाज में फैलते जातिगत जहर से जोड़ा है। उन्होंने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “पूरन कुमार की आत्महत्या उस सामाजिक सच्चाई को उजागर करती है, जहां जाति के नाम पर इंसानियत को कुचल दिया जा रहा है।”

राहुल ने कहा कि जब एक आईपीएस अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और उत्पीड़न झेलना पड़े, तो सोचिए आम दलित नागरिक किन हालातों में जी रहा होगा। उन्होंने कहा कि रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का अपमान और अब पूरन कुमार की मृत्यु ये घटनाएं बताती हैं कि वंचित वर्ग के साथ अन्याय (IPS Officer Suicide Case Haryana) अपनी चरम सीमा पर है। उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि “मनुवादी सोच ने समाज में नफरत का ऐसा ज़हर घोल दिया है, जिसने लोकतंत्र और इंसानियत दोनों को कमजोर किया है।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मनुवादी तंत्र एससी-एसटी, ओबीसी और कमजोर वर्गों के लिए एक बड़ा अभिशाप बन चुका है। भाजपा के शासन में पिछले 11 वर्षों में यह मानसिकता इतनी गहरी हो गई है कि अब दलित अधिकारियों को भी न्याय नहीं मिल पा रहा। खरगे ने कहा कि पूरन कुमार जैसे अधिकारियों की आत्महत्या हमारे सिस्टम की नाकामी (IPS Officer Suicide Case Haryana) को दिखाती है।

पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसी निर्दोष को सज़ा न मिले लेकिन दोषी भी न बच पाए—यह सुनिश्चित करना हरियाणा सरकार की जिम्मेदारी है। वहीं, कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पिछले एक दशक में दलित अधिकारियों और कर्मचारियों को बार-बार अपमानित किया गया है, जिससे हताशा बढ़ी है। उन्होंने उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह आत्महत्या आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा सरकार के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है। इस घटना के बाद दलित संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। सोशल मीडिया पर #JusticeForPuranKumar और #HaryanaIPSsuicide जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।