6 ताकतवर इस्लामिक देशों के साथ भारत की ऐतिहासिक बैठक, किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
-इस बैठक के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर सऊदी अरब पहुंचे
नई दिल्ली। S Jaishankar Saudi Visit: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की बैठक के लिए सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे हैं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विदेश मंत्री यात्रा के दौरान खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के सदस्यों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इस बीच जीसीसी एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें अरब क्षेत्र के 6 देश शामिल हैं। यह संगठन भारत का विशिष्ट व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा है। राजनीतिक, व्यापार, ऊर्जा सहयोग जैसे क्षेत्रों में भारत के जीसीसी देशों के साथ अच्छे संबंध हैं।
जीसीसी क्या है और यह भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
जीसीसी एक क्षेत्रीय संगठन है जिसमें अरब क्षेत्र के 6 देश शामिल हैं। इनमें सऊदी अरब, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन, कतर और ओमान शामिल हैं। इसकी स्थापना 1981 में हुई थी और इसका मुख्यालय सऊदी अरब (S Jaishankar Saudi Visit) की राजधानी रियाद में है। यह बैठक भारत के लिहाज से काफी अहम होगी, क्योंकि इस बैठक में विदेश मंत्री जीसीसी देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात करेंगे।
खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) का चार्टर संगठन को एक राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रीय संगठन के रूप में वर्णित करता है। इस संगठन का कार्य जीसीसी सदस्य (S Jaishankar Saudi Visit) देशों के बीच सभी क्षेत्रों में एकीकरण, समन्वय और आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है। जीसीसी व्यापार, सुरक्षा, पर्यटन, शासन, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सदस्य देशों के बीच सामान्य नियम-निर्माण और आपसी सहयोग को बढ़ावा देता है।
जीसीसी भारत का एक प्रमुख भागीदार बनकर उभरा है, इन देशों में लगभग 70 लाख भारतीय काम करते हैं। खाड़ी देशों के विकास में भारतीयों की अहम भूमिका रही है। दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के कुल कच्चे तेल का लगभग 34 प्रतिशत इन्हीं 6 देशों से आता है। इसके साथ ही सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों ने भारत में कई निवेश किए हैं।