संपादकीय: पाकिस्तान के खिलाफ भारत की बड़ी कार्यवाही

India's big action against Pakistan
India’s big action against Pakistan: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का ही हाथ है यह बात अब साबित हो चुकी है। जिन पांच आतंकवादियों ने वहां पर्यटकों को गोलियों का निशाना बनाया है उनमें सिर्फ दो स्थानीय आतंकवादी हैं बाकी तीन पाकिस्तानी आतंकवादी है। यह बात अलग है कि पाकिस्तान इस आतंकी घटना के पीछे अपना हाथ होने से इंकार कर रहा है लेकिन पाकिस्तान खौफजदा भी है क्योंकि वह जानता है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
इसके पहले भी पाकिस्तान में पुलवामा और पठानकोट में आतंकी घटना को अंजाम दिया था तो भारत ने तत्काल पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक और ऐयर स्ट्राइक कर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस बार पाकिस्तान के इशारे पर पहलगाम में तो निहत्थे और निर्दोष लोगों को निशाना बनाया गया है जिससे भारत में पाकिस्तान के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है और लोग भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि वह पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी और कड़ी कार्यवाही कर उसे सबक सिखायें। भारत सरकार ने इस दिशा में पहला कदम यह उठाया है कि उसने सीमा पर फोर्स की तैनाती बढ़ा दी है। नतीजतन पाकिस्तान में खौफ फैल गया है।
वहां के हुकमरानों की नींद हराम हो चुकी है उन्हें यह आशंका सता रही है कि भारत किसी भी समय पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ी सैन्य कार्यवाही कर सकता है इसलिए पाकिस्तान ने भी अपनी सीमा पर व्यवस्था कड़ी कर दी है और पाकिस्तानी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें सीमा पर तैनात कर दिया है। पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं किन्तु भारत जल्दबाजी में ऐसा कोई कदम उठाने से बच रहा है। भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ा कदम उठाया है और पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है।
गौरतलब है कि भारत की नदियों से ही पाकिस्तान को पानी मिलता है। यदि भारत इनका पानी रोक लेता है तो पाकिस्तान बूंद बूंंद पानी के लिए तरस जाएगा। भारत की नदियों से जाने वाले पानी से ही पाकिस्तान की 80 प्रतिशत भाग में खेतों की सिंचाई होती है और इन नदियों के ऊपर बने बांधों से मिलने वाले पानी की वजह से ही वहां के लोगों की प्यास बुझती है। यही नहीं बल्कि भारत की नदियों के पानी से ही वहां बड़े पैमाने पर विद्युत उत्पादन भी होता है।
भारत द्वारा सिन्धु जल संधि स्थगित करने से पाकिस्तान में हाहाकार मचना स्वाभाविक है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही पटरी से उतरी हुई है। महंगाई ने वहां के लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। ऐसे में यदि सिन्धु जल संधि के स्थगित होने से वहां पानी की किल्लत मचती है तो जाहिर है वहां के हालात और ज्यादा खराब हो जाएंगे।
इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के रूप में बाघा अटारी बॉर्डर को भी बंद करने का फैसला लिया है। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों का विजा रद्द कर उन्हें देश छोडऩे का आदेश दे दिया है। भारत स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग से भी अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या कम की जा रही है।
इस तरह भारत ने पांच बड़े फैसले लेकर पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वह पाकिस्तान की इस हिमाकत को गंभीरता से ले रहा है। और निकट भविष्य में उसके खिलाफ और कड़े कदम उठाएगा। भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का ेलेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार शुरू किया है जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ और कड़ी कार्यवाही करेन के मुद्दे पर विचार विमर्श किया जाएगा।
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गईहैं। और सभी ने एक स्वर में मांग की है कि भारत सरकार पाकिस्तान को सबक सिखाये इसके लिए सभी विपक्षी पार्टियां सरकार के साथ हैं। बहरहाल भारत अब पाकिस्तान के खिलाफ और क्या कड़े कदम उठाता है इसपर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।