Indian Defence Stocks Surge : ग्लोबल धमाके और इंडियन डिफेंस स्टॉक्स का विस्फोट…युद्ध की आहट ने बढ़ाई कमाई की गूंज…

नई दिल्ली, 3 जून। Indian Defence Stocks Surge : दुनियाभर में बढ़ते युद्ध और तनाव के बीच, भारतीय शेयर बाजार में एक ऐसा क्षेत्र है जो न सिर्फ स्थिर बना हुआ है, बल्कि तेज रफ्तार से आगे निकल रहा है – वह है डिफेंस सेक्टर।
जहां सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख इंडेक्स 0.4% तक गिर गए, वहीं इंडियन डिफेंस इंडेक्स ने 1.6% की छलांग लगाकर 8,833 का स्तर छू लिया। यह आंकड़ा सिर्फ बाजार की चाल नहीं, बल्कि भविष्य की रणनीतिक तैयारी में निवेशकों का विश्वास भी दर्शाता है।
कोचीन शिपयार्ड बना इस तेजी का कमांडर
कोचीन शिपयार्ड ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 5% से ज्यादा की तेजी के साथ ₹2,019 पर कारोबार किया। यह न केवल तकनीकी मजबूती का संकेत (Indian Defence Stocks Surge)है, बल्कि यह भी कि भारत की नौसेना निर्माण क्षमताओं में निवेशक लंबी अवधि की संभावनाएं देख रहे हैं।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और बीईएमएल के साथ-साथ एस्ट्रा माइक्रोवेव, सोलर इंडस्ट्रीज और मझगांव डॉक ने भी 2-4% की ठोस बढ़त दर्ज की।
ग्लोबल थ्रेट्स, लोकल ग्रोथ
रूस-यूक्रेन युद्ध ने नए आयाम ले लिए हैं। 31 मई को रूस ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, और इसके जवाब में यूक्रेन ने 1 जून को रूस के एयरबेस पर भारी नुकसान (Indian Defence Stocks Surge)पहुंचाया। इसी के साथ, ईरान की परमाणु गतिविधियों को लेकर IAEA की चेतावनी और अमेरिका के साथ फिर गरमाता संवाद—इन सभी घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर “डिफेंस सेक्योरिटी” की मांग को बढ़ा दिया है।
डिफेंस शेयरों में सुरक्षित निवेश की छवि
भारत डायनामिक्स, डेटा पैटर्न्स, पारस डिफेंस और जेन टेक्नोलॉजीज जैसे स्टॉक्स ने छोटे मगर लगातार बढ़त के जरिए यह संदेश दिया है कि यह सेक्टर केवल सरकारी डील्स पर निर्भर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय तनावों के बीच ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी जगह बना रहा (Indian Defence Stocks Surge)है।
क्या HAL की सुस्ती एक संकेत है?
HAL के शेयरों में हल्की गिरावट दिखी, जिससे यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या बड़े सरकारी संस्थानों में अब निवेशकों को उतना भरोसा नहीं रहा, जितना वे निजी और हाई-टेक डिफेंस कंपनियों में जता रहे हैं।