Indian Banking Performance 2024-25 : बैंकों का प्रदर्शन मजबूत, फंसे कर्ज 2.2% पर आए, मुनाफा 4.01 लाख करोड़

Indian Banking Performance 2024-25

Indian Banking Performance 2024-25

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआइ) की ओर से जारी देश में बैंकिंग की प्रवृत्ति और प्रगति पर आधारित रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में देश के बैंकों का प्रदर्शन काफी मजबूत रहा। बैंकिंग क्षेत्र के समग्र प्रदर्शन (Indian Banking Performance 2024-25) में सुधार दर्ज किया गया है, जिसका सबसे बड़ा संकेत फंसे हुए कर्जों में आई भारी गिरावट और बढ़ता मुनाफा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2025 के अंत तक वाणिज्यिक बैंकों के सकल फंसे हुए कर्ज यानी जीएनपीए का अनुपात घटकर 2.2 प्रतिशत पर आ गया, जो कई दशकों का सबसे निचला स्तर है। आरबीआइ ने कहा कि 2024-25 के दौरान बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बैलेंस शीट, बेहतर लाभप्रदता और सुधरी हुई परिसंपत्ति गुणवत्ता का सहारा मिला।

बैंकिंग क्षेत्र के समग्र प्रदर्शन (Indian Banking Performance 2024-25) के तहत यह भी सामने आया कि बैंक कर्ज और जमा वृद्धि पूरे साल दो अंकों में बनी रही। पूंजी पर्याप्तता और नकदी की स्थिति सभी बैंक समूहों में नियामकीय जरूरतों से अधिक रही, जिससे वित्तीय स्थिरता और भरोसा मजबूत हुआ।

रिपोर्ट में बताया गया कि 2024-25 के दौरान वाणिज्यिक बैंकों का शुद्ध लाभ बढ़ा जरूर, लेकिन इसकी रफ्तार पिछले वर्ष की तुलना में कुछ धीमी रही। सभी वाणिज्यिक बैंकों का कुल शुद्ध लाभ साल-दर-साल 14.8 प्रतिशत बढ़कर 4.01 लाख करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले 2023-24 में बैंकों का लाभ 32.8 प्रतिशत की तेज वृद्धि के साथ लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा था।

आरबीआइ की रिपोर्ट में शहरी सहकारी बैंकों की स्थिति को भी सकारात्मक बताया गया है। शहरी को-आपरेटिव बैंकों की एकीकृत बैलेंस शीट में 2024-25 के दौरान पिछले साल की तुलना में अधिक वृद्धि दर्ज की गई। उनकी परिसंपत्ति गुणवत्ता में लगातार चौथे वर्ष सुधार हुआ है, वहीं पूंजी और लाभप्रदता भी मजबूत बनी रही।

गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की बात करें तो रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने भी मजबूत पूंजी बफर्स के साथ दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज करना जारी रखा। साल के दौरान उनकी परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया, जिससे पूरे वित्तीय तंत्र को मजबूती मिली।

आरबीआइ ने स्पष्ट किया है कि 2024-25 और 2025-26 की अवधि में अब तक वाणिज्यिक बैंक, सहकारी बैंक और एनबीएफसी सहित पूरा बैंकिंग सेक्टर संतुलित और स्थिर प्रदर्शन करता नजर आया है। बैंकिंग क्षेत्र के समग्र प्रदर्शन (Indian Banking Performance 2024-25) ने यह संकेत दिया है कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए पहले से अधिक सक्षम और मजबूत स्थिति में है।