Indian Army Drone Purchase : हॉस्टल में बना इतिहास: दो छात्रों ने तैयार किया लड़ाकू ड्रोन, सेना ने किया ऑर्डर, अब शुरू हुई सप्लाई

Indian Army Drone Purchase
बिट्स पिलानी के दो छात्रों ने हॉस्टल से शुरू किया सपना, आज भारतीय सेना को कर रहे हैं अत्याधुनिक ड्रोन की सप्लाई। ‘अपोलियन डायनेमिक्स’ बना युवाओं के जज़्बे और आत्मनिर्भर भारत का चमकता प्रतीक।
Indian Army Drone Purchase : देश की आत्मनिर्भर रक्षा नीति को मजबूती देते हुए हैदराबाद स्थित BITS पिलानी के दो छात्र जयंत खत्री (अजमेर) और शौर्य चौधरी (कोलकाता) ने एक ऐसा लड़ाकू ड्रोन विकसित किया है, जिसने भारतीय सेना को भी प्रभावित कर दिया। हॉस्टल के कमरे से शुरू हुए इनके स्टार्टअप ‘Apollyon Dynamics’ ने अब सेना को स्वदेशी ड्रोन की आपूर्ति शुरू कर दी है।
कॉलेज हॉस्टल से टेक-ऑफ, सेना तक सप्लाई
दो महीने पहले शुरू हुए इस स्टार्टअप ने डिफेंस सप्लाई इकोसिस्टम में अपनी पहचान बना ली है। इन युवाओं ने अप्रैल 2025 में इस विचार पर काम शुरू किया और मई में चंडीगढ़ में सफल लाइव प्रदर्शन कर दिखाया। इसके बाद जम्मू, चंडीमंदिर (हरियाणा), पानागढ़ (बंगाल), अरुणाचल प्रदेश समेत कई सैन्य ठिकानों से ऑर्डर मिले।
आत्मघाती ड्रोन: तेज रफ्तार, सटीक टारगेट
यह खास ड्रोन 300 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से उड़(Indian Army Drone Purchase) सकता है और 1 किलो तक का विस्फोटक पेलोड लेकर टारगेट पर वार कर सकता है। जयंत और शौर्य ने इसे आत्मघाती ड्रोन के रूप में डिजाइन किया है, जो दुश्मन के ठिकानों पर बेहद सटीक तरीके से हमला कर सकता है।
प्रेरणा बनी रूस-यूक्रेन जंग
जयंत ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन की भूमिका को देखकर वे प्रेरित हुए। BITS पिलानी के सहयोग और सरकारी अनुदान (₹8 लाख) से उन्हें शुरुआती मदद मिली। आज वे दो महीने तक सिर्फ ऑर्डर की डिलीवरी में ही व्यस्त रहेंगे।
सेना ने क्यों किया भरोसा?
चंडीगढ़ में प्रदर्शन के दौरान ड्रोन(Indian Army Drone Purchase) की गति, सटीकता और रेंज देखकर सेना की इकाइयों ने भरोसा जताया। इन छात्रों के बनाए ड्रोन ने दिखा दिया कि भारत के युवा न केवल तकनीकी इनोवेशन कर सकते हैं, बल्कि रक्षा उत्पादन में भी आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर सकते हैं।