2014 से 2023 तक भारत पर 205 लाख करोड़ का कर्ज, IMF ने दी चेतावनी, देश के प्रति नागरिक पर कितना कर्ज ?
-आईएमएफ ने बढ़ते कर्ज को लेकर दी चेतावनी
-सरकार कर्ज लेती रही तो कर्ज जीडीपी के 100% तक बढऩे का खतरा
नई दिल्ली। India debt 2014 to 2023: भारत का कुल कर्ज सितंबर तिमाही में बढ़कर 205 लाख करोड़ रुपये हो गया। पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में देश पर कुल कर्ज 200 लाख करोड़ रुपये था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने बढ़ते कर्ज को लेकर चेतावनी दी है। अगर सरकार इसी तरह कर्ज लेती रही तो कर्ज जीडीपी के 100 फीसदी तक पहुंचने का खतरा है। हालाँकि भारत ने आईएमएफ के दावे को खारिज कर दिया है।
पिछले छह महीने में 5 लाख करोड़ का कर्ज बढ़ गया है। मार्च 2023 में केंद्र सरकार पर 155 लाख करोड़ का कर्ज बकाया था। सितंबर 2023 में केंद्र सरकार का कर्ज 161 लाख करोड़ पहुंच गया।
2004 में भारत सरकार पर 17 लाख करोड़ रुपये का कजऱ् था। 2014 में 55 लाख करोड़ का कर्ज दिया गया। इस दौरान इसमें तीन गुना बढ़ोतरी हुई।
कितना विदेशी कर्ज?
वित्त वर्ष 2023-24 में 50 लाख करोड़ का विदेशी कर्ज हो गया है। वित्त वर्ष 2014-15 में 31 लाख करोड़ का विदेशी कर्ज।
देश के प्रति नागरिक पर कितना कर्ज?
देश पर फिलहाल कुल कर्ज 205 लाख करोड़ रुपये है। 142 लाख करोड़ रुपये की आबादी मानकर प्रत्येक नागरिक पर करीब 1.40 लाख रुपये का कर्ज है। पिछले 9 साल में 192 फीसदी कर्ज बढ़ गया है।