India VS England Manchester Test : मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय गेंदबाजी बिखरी…रणनीति पर उठे सवाल…

India VS England Manchester Test
मैनचेस्टर में गेंदबाजों का आत्मविश्वास गायब दिखा – बुमराह थके-थके, सिराज बेअसर और वाशिंगटन बेंच पर। क्या भारत सिर्फ नाम से तेज गेंदबाजी आक्रमण लेकर उतर रहा है?
India VS England Manchester Test : जिस ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच पर इंग्लैंड ने भारतीय बल्लेबाजी को छह विकेट 94 रन पर समेटा, उसी पिच पर भारतीय गेंदबाजों ने दो विकेट के लिए 225 रन लुटा दिए। सबसे ज़्यादा निराश किया भारतीय तेज गेंदबाजों ने खासकर बुमराह, सिराज और डेब्यू करने वाले अंशुल कंबोज ने।
गेंदबाजी में बिखराव के संकेत
वाशिंगटन सुंदर को एक ओवर भी नहीं मिला, जिससे टीम चयन पर सवाल खड़े हो गए।
बुमराह 140 की स्पीड तक नहीं पहुंच पाए, शुरुआती स्पेल में मुश्किल से 135 किमी/घंटा।
सिराज पूरी तरह बेअसर और विकेटलेस रहे।
अंशुल कंबोज के पहले ही ओवर में तीन चौके, और पूरे दिन दबाव में नजर आए।
क्राउली और डकेट ने पहले विकेट के लिए 192 गेंदों में 166 रन जोड़ दिए।
रणनीति या रूढ़िवादिता?
जब टीम की गेंदबाजी(India VS England Manchester Test) लगातार हावी नहीं हो रही, तो वाशिंगटन सुंदर जैसे ऑलराउंडर को गेंद थमाना चाहिए था, लेकिन कप्तान शुभमन गिल ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज किया।
सवाल ये भी है कि अगर सुंदर को गेंदबाजी नहीं करनी है, तो फिर उन्हें क्यों खिलाया गया? क्या कुलदीप यादव या एक अतिरिक्त बल्लेबाज ज़्यादा उपयोगी साबित नहीं होते?
गेंदबाजों का ग्राफ गिरा, इंग्लैंड का रनरेट चढ़ा
भारत का पहला पारी रन रेट: 3.13
इंग्लैंड का रन रेट: 4.89+, डकेट का स्ट्राइक रेट 94
जडेजा ने एक विकेट तो लिया, लेकिन उन्होंने भी नो बॉल और हिट झेले
तीसरे दिन क्या होगा निर्णायक?
इंग्लैंड के पास अभी लंबी बल्लेबाजी है, 10वें नंबर तक बैटिंग(India VS England Manchester Test) लाइन-अप चलता है। अगर भारत को मैच में वापस आना है, तो तीसरे दिन पहले सेशन में कम से कम 4 विकेट निकालना अनिवार्य होगा। वरना यह मुकाबला हाथ से निकल सकता है।