महामारी से बचाव के लिए कबीरधाम की इन महिलाओं ने रखा उपवास, की…
कवर्धा/नवप्रदेश। भारत (india) में आधुनिकता केे साथ ही सदियों से चली आ रही परंपराओं (tradition) का पालन आज भी गांवों में बखूबी देखा जा सकता है, फिर वक्त चाहे सुख का हो या संकट का। कोरोना (corona) महामारी की बात ले लीजिए।महामारी से लोगों की सुरक्षा के लिए कबीरधाम (kabirdham) जिले के एक गांव की महिलाओं ने उपवास (fast) रखा है।
कबीरधाम (kabirdham) जिले के जरहानवागांव में महिलाओं ने कोरोना (corona) से बचाव के लिए माता शीतला का उपवास (fast) रख विधि विधान से पूजा अर्चना की। महिलाओं ने ग्राीमणों के बचाव कोरोना महामारी के खात्मे की कामना की।
इस संबंध में उपावास रखने वाली महिलाओं ने कहा कि भारत (india) में पहले भी आई ऐसी महामारियों के खात्मे के लिए गांव के लोग मां शीतला की शरण में जाते रहे हैं। इसलिए वे भी कोरोना के खात्मे के लिए मां शीतला की शरण में आए हैं।
इस दौरान कुछ महिलाओं ने घर पर ही पूजा अर्चना की तो कुछ ने फिजिकल डिस्टंसिंग का पालन करते हुए मंदिरों मेंं विधि विधान से पूजा की। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण किसी भी महामारी या अन्य बीमारियों के खात्मे के लिए पूजापाठ जैसी परंपराओं (tradition) का समर्थन नहीं करता।