India Test Defeat : घुटनों के बल भारतीय टीम, टेस्ट क्रिकेट का शर्मनाक अध्याय
2018 में जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 492 रनों (India Test Defeat) के बाद यह रनों के लिहाज से दक्षिण अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
17 विकेट सिमोन हार्मर ने इस टेस्ट सीरीज में झटके। यह भारत में किसी दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज के सबसे ज्यादा विकेट हैं और उन्होंने 2008 में डेल स्टेन के 15 विकेट को पीछे छोड़ दिया।
9 कैच एडेन मार्क्रम ने एक टेस्ट मैच में लेकर सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने भारत के अजिंक्य रहाणे के 2015 में लिए गए आठ कैच के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा।
19 टेस्ट में 10 हार— यह कोच गौतम गंभीर की कप्तानी में भारतीय टीम का रिकॉर्ड है। इसमें पांच हार घर पर हुई हैं। गंभीर की कोचिंग में भारत को सात जीत मिली हैं। दो मैच ड्रा रहे हैं। जीत प्रतिशत सिर्फ 36.82%, जो उन्हें केवल डंकन फ्लेचर से ऊपर रखता है।
एक दिन पहले दक्षिण अफ्रीकी कोच शुकरी कोनराड ने ‘ग्रोवेल’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए भारतीय टीम को घुटनों पर लाने की बात कही थी और अगले ही दिन गौतम गंभीर की टीम धराशायी होती दिखी। पिछले साल न्यूजीलैंड से घर में पहली बार 0-3 की क्लीन स्वीप झेलने वाली भारतीय टीम को अब विश्व चैंपियन दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 की ऐसी शिकस्त दी है जिसकी गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी।
बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा को टेस्ट टीम से बाहर करने वाले चयन और निर्णय को लेकर गंभीर पहले से आलोचना झेल रहे थे। अब इस सीरीज ने आलोचकों के लिए नया हथियार दे दिया है। गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में “गंभीर हाय-हाय” के नारे लगे और इंटरनेट मीडिया में कोच को ऐसे ट्रोल किया गया जैसे उन्हें ही नंबर 1 से 11 तक बल्लेबाजी करनी हो।
गंभीर की रणनीति पर सवाल उठना स्वाभाविक है—टेस्ट स्पेशलिस्ट की जगह ऑलराउंडरों को तरजीह, टी-20 विशेषज्ञ साई सुदर्शन को नंबर तीन पर खिलाना, कम अनुभवी नीतीश रेड्डी को लगातार मौका देना। लेकिन शुभमन गिल की चोट, रिषभ पंत, ध्रुव जुरैल और केएल राहुल के खराब प्रदर्शन के लिए पूरी जिम्मेदारी कोच पर डालना भी उचित नहीं होगा।
कैगिसो रबादा और लुंगी नगीदी के बिना उतरी दक्षिण अफ्रीका ने कोलकाता में 30 और गुवाहाटी में 408 रनों से भारत को पटखनी दी। मार्को जेनसन की गति और उछाल तथा साइमन हार्मर की घातक ऑफ स्पिन ने भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह बेबस कर दिया। कोलकाता में 124 रन के छोटे लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रहने वाली भारतीय टीम गुवाहाटी में 549 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य के सामने 140 पर सिमट गई।
यशस्वी, राहुल, सुदर्शन, जुरैल, पंत, वॉशिंगटन सुंदर, नीतीश रेड्डी के प्रदर्शन का उल्लेख करना भी मुश्किल है। केवल रवींद्र जडेजा (54) ही कुछ संघर्ष कर सके, लेकिन यह ‘रेगिस्तान में एक बूंद’ जैसा था।
हार्मर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (Simon Harmer Bowling India Collapse)
हार्मर ने उछाल और टर्न का अद्भुत फायदा उठाकर अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया—
पारी में 6 विकेट, मैच में 9 विकेट।
भारत ने 27/2 से आगे खेलना शुरू किया, पर पहले सत्र में ही कुलदीप यादव, ध्रुव जुरैल और कप्तान पंत लौट गए। दूसरे सत्र में बाकी बल्लेबाज भी ढेर हो गए।
बरसापारा की पिच भारतीय बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जा रही थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की टेक्निक और मानसिक मजबूती दोनों ही निराशाजनक रहीं।
टेस्ट क्रिकेट का शर्मनाक अध्याय (India Test Defeat Biggest Loss)
यह हार भारत के टेस्ट इतिहास में सबसे शर्मनाक अध्यायों में शामिल की जा रही है—
रनों के लिहाज से भारत की अब तक की सबसे बड़ी हार
तीसरी बार भारत को अपनी धरती पर किसी टीम ने क्लीन स्वीप किया
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह अब मुश्किल हो चुकी है
गंभीर की कोचिंग में भारत घर पर पाँच टेस्ट हार चुका है
66 साल में पहली बार सात महीने में भारत पाँच टेस्ट हारा है
भारत का अगला टेस्ट दौरा श्रीलंका में होगा। गंभीर के पास तब तक अपनी रणनीति सुधारने का भरपूर समय है।
गंभीर के कोच बनने के बाद टीम इंडिया का टेस्ट रिकॉर्ड
बांग्लादेश पर घर में 2-0 से जीत
घर में न्यूजीलैंड से 0-3 से हार
ऑस्ट्रेलिया में 1-3 की हार (बार्डर–गावस्कर)
इंग्लैंड में 2-2 से ड्रॉ
वेस्टइंडीज पर घर में 2-0 से जीत
दक्षिण अफ्रीका से 0-2 की हार
भारत की घरेलू सीरीज बिना शतक
वर्ष – विरोधी टीम
1969/70 – न्यूजीलैंड
1995/96 – न्यूजीलैंड
2025/26 – दक्षिण अफ्रीका
बतौर कप्तान शुरुआती 12 टेस्ट में सबसे ज्यादा जीत
11 – तेंबा बावुमा, दक्षिण अफ्रीका
10 – बेन स्टोक्स, इंग्लैंड
10 – लिंडसे हैसेट, ऑस्ट्रेलिया
भारत को घर में झेलने पड़े क्लीन स्वीप
परिणाम – विरोधी – वर्ष
0-2 – दक्षिण अफ्रीका – 2000
0-3 – न्यूजीलैंड – 2024
0-2 – दक्षिण अफ्रीका – 2025
