संपादकीय: एशिया कप में पाकिस्तान से मैच न खेले भारत

India should not play matches with Pakistan
Editorial: पड़ौसी देश पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों में जो कटुता आ गई हैउसे मद्देनजर रखकर भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने व्यापारिक संबंध लगभग खत्म कर लिये हैं। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान का एक तरह से हुक्कापानी भी बंद कर रखा है ऐसे में जबकि दोनों देशों के बीच अभी भी तनाव बना हुआ है। तो पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच खेलने का भला क्या औचित्य है।
इंग्लैंड में लीजेन्ड्स क्रिकेट टूर्नामेंन्ट में भी भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाना था लेकिन भारत के क्रिकेट प्रेमियों के विरोध के चलते वह मैच रद्द कर दिया गया था। किन्तु यूएई में 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होने जा रहा है। इसका भी भारत में विरोध हो रहा है। संसद के मानसून सत्र में असदुद्दीन ओवैसी और शिवसेना यूबीटी की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने यह मुद्दा जोर शोर से उठाया और सरकार से पुरजोर मांग की वह भारतीय क्रिकेट टीम को एशिया कप में पाकिस्तान ेके खिलाफ मैच खेलने से मना करे।
ओवैसी ने कहा कि देश के स्वाभिमान से कुछ भी बड़ा नहीं है जो पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद की आग को हवा दे रहा है उसके साथ भारत को कोई भी रिश्ता नहीं रखना चाहिए क्रिकेट भी नहीं खेलना चाहिए। इन दोनों सांसदों की मांग न्यायोचित है। वास्तव में एशिया कप में टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार कर देना चाहिए। उम्मीद की जानी चाहिए कि दो सांसदों की मांग और करोड़ों भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार और बीसीसीआई एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इंकार कर देगी।