India में एक अप्रैल से बंद हो जाएगी इन वाहनों की बिक्री, संभलकर ही खरीदें
रायपुर/नवप्रदेश। भारत (india) में एक अप्रैल से कुछ वाहनों की बिक्री (sale of bs 4 vehicles will ban) बंद होने जा रही है। सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने इन वाहनों की बिक्री के लिए मियाद बढ़ाने से मना कर दिया है।
जिसके कारण अब सिर्फ बीएस-6 वाहनों (bs 6 vehicle) की बिक्री (sale of bs 4 vehicles will ban) की जाएगी। जबकि बीएस-4 वाहनों की बिक्री बंद हो जाएगी। इसलिए यदि आप वाहन खरीदने जा रहे हैं ताे चेक कर लें कि आपका वाहन बीएस-4 तो नहीं है।
ऐसे समझें बीएस नियम को
भारत (india) में वर्ष 2000 में वाहनों के लिए इमिशन स्टैंडर्ड तय किए गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए अध्ययन केे मुताबिक हवा में प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए ये नियम तय किए गए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से इसके लिए कुछ नियम तय किए गए हैं।
बीएस 3, बीएस 4 व बीएस 6 का गणित
आपका वाहन कितना प्रदूषण करता है इस पर बीएस आधरित होता है। इसमें जो नंबर होता है उस पर से इन वाहनों से कितना प्रदूषण होने की आशंका है इसका अनुमान लगाया जाता है। इस पर से बीएस 3, बीएस 4 व बीएस 6 (bs 6 vehicle) का स्टैंडर्ड तय होता है। बीएस का संबंध इमिशन स्टैंडर्ड से है। बीएस यानी भारत स्टेज।
बीएस 6 के फायदे
बीएस 6 लागू होने के बाद पेट्रोल व डीजल कार में काफी ज्यादा फर्क नहीं रहेगा। इससे डीजल कार से 68 व पेट्रोल कार से 25 फीसदी तक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा।
साथ ही डीजल कार का उत्सर्जन 80 फीसदी तक कम होने की संभावना है। मौसम परिवर्तन एवं वैश्विक तापमानवृद्धि के कारण हवा का पदूषण कम करने का चुनौती काफी बड़ी है। इस पृष्ठभूमि पर हवा का दर्जा बढ़ाने के लिए बीएस-4 वाहनों की बिक्री बंद करने का फैसला लाभदायी होगा।