CORONA VIRUS : कोरोना का कहर बढऩे की आशंका
-अब तक भारत में 4,26,000 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से ग्रसित
भारत (india) में कोरोना (corona virus) का कहर बदस्तूर (Badstur) जारी है। अब तक भारत में 4,26,000 से अधिक लोग कोरोना संक्रमण (Corona infection over 4,26,000 people) से ग्रसित हो चुके है। दिनबदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बरसात के मौसम में कोरोना संक्रमण (corona virus) के और बढऩे की आशंका व्यक्त की जा रही है जो चिंता का विषय है। सरकार अपनी ओर से हर संभव कोशिश कर रही है कि कोरोना का संक्रमण और ज्यादा न फैले लेकिन लोग सरकार के दिशा निर्देशों को ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहे है।
यहि वजह है कि कोरोना वायरस (corona virus) का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। महाराष्ट्र और नई दिल्ली में तो स्थिति बेकाबू होती जा रही है, अन्य राज्यों में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है।
आने वाले समय में स्थिति भयावह हो सकती है चूंकि देश की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन को अनेक राज्यों में हटा दिया गया है लकिन कुछ शर्ते भी लगाई गई है किन्तु उन शर्तो का पालन कराने में अधिकांश राज्य सरकारें विफल सिद्ध हो रही है।
लोग बगैर मास्क के घूमने लगे है, सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया जा रहा है। बाजारों से लेकर अन्य सार्वजनिक स्थानों में आवश्यक रूप से लोग भीड़ बढ़़ाने लगे है यही वजह के कि कोरोना वायरस (corona virus) का संक्रमण फैल रहा है। अब तो कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान भी मुश्किल हो गई है। पूरी तरह स्वस्थ्य दिखने वाला व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित निकल रहा है।
ऐसी स्थिति में यह निहायत जरूरी है कि लंबे समय तक लोग मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें और दो गज कर दूरी बनाएं रखें। यह तभी संभव होगा जब राज्य सरकारें इसके लिए कड़े कदम उठाएंगी। जब तक ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं की जाएगी वे नहीं सुधरेंगे।
इसके पहले ही बरसात के मौसम में कोरोना वायरस (corona virus) का कहर और ज्यादा टूटे केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह इस बारे में एक बार फिर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियों कांफे्रंसिंग के जरिए व्यापक चर्चा करें और केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई पूर्वक पालन कराने के लिए नए सिरे से रणनीति तय करें अन्यथा बारिश के मौसम में कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा फैल सकता है और कई राज्यों में स्थिति बेकाबू हो सकती है।