In-flight Cardiac Arrest Rescue : उड़ान के बीच यात्री को आया हार्ट अटैक, दो नर्सों ने समय रहते बचाई जान

In-flight Cardiac Arrest Rescue

In-flight Cardiac Arrest Rescue

आसमान में उड़ते एक विमान में अचानक हुई आपात स्थिति ने सभी यात्रियों को दहला दिया, लेकिन दो नर्सों की त्वरित प्रतिक्रिया (In-flight Cardiac Arrest Rescue) ने एक यात्री को जीवनदान दे दिया। घटना एयर अरेबिया की उड़ान संख्या 3एल128 में हुई, जो कोच्चि से अबू धाबी के लिए रवाना हुई थी। विमान ने उड़ान भरी ही थी कि करीब 20 मिनट बाद एक यात्री की तबीयत अचानक बिगड़ गई।

जानकारी के अनुसार, यूएई में नई नौकरी ज्वाइन करने जा रहे दो नर्स अभिजीत जीस और अजीश नेल्सन भी उसी विमान में सवार थे। उन्होंने देखा कि एक यात्री को सांस लेने में कठिनाई हो रही है और उसकी हरकतें असामान्य हैं। स्थिति समझते ही दोनों तुरंत अपनी सीट से उठे और मदद के लिए पहुंचे। अभिजीत ने यात्री की नब्ज जांची और पाया कि उसे कार्डियक अरेस्ट (In-flight Cardiac Arrest Rescue) हुआ है। दोनों ने मिलकर तुरंत सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देना शुरू किया। लगातार दो राउंड सीपीआर देने के बाद यात्री की नब्ज वापस लौट आई और उसकी हालत स्थिर होने लगी।

इस दौरान विमान के चालक दल ने भी सहायता की, जबकि विमान में मौजूद डॉक्टर आरिफ अब्दुल खादिर ने नर्सों के साथ मिलकर मरीज की स्थिति नियंत्रित करने में मदद की। विमान में सवार अन्य यात्रियों ने भी राहत की सांस ली जब मरीज ने हलचल दिखानी शुरू की।

अभिजीत ने बाद में कहा, “जब मैंने उसकी आंखों में हल्की हरकत देखी, तो मुझे लगा कि हमने सच में उसे जीवन वापस दिया है। यह पल मुझे हमेशा याद रहेगा। हम जहां भी रहते हैं, वहीं अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।” विमान के अबू धाबी हवाई अड्डे पर उतरते ही मेडिकल टीम (In-flight Cardiac Arrest Rescue) मौके पर पहुंची और यात्री को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत को स्थिर बताया है। उसे अब अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।

घटना के बाद दोनों नर्स अभिजीत और अजीश बिना किसी प्रचार या प्रशंसा की उम्मीद के अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। उनकी इस इंसानियत भरी पहल की कहानी बाद में एक अन्य यात्री के सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सामने आई, जिसने उनकी गुमनाम बहादुरी की सराहना की। मरीज के परिवार ने दोनों नर्सों का धन्यवाद करते हुए कहा, “वे हमारे लिए अजनबी थे, लेकिन उन्होंने हमारे प्रियजन को नई ज़िंदगी दे दी।”