Illegal Strike : CM की चेतावनी के बाद भी कार्यालय नहीं पहुंचे अधिकारी…फिर किया
चंडीगढ़/नवप्रदेश। Illegal Strike : आईएएस अधिकारी नीलिमा के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत पर्चा दर्ज करने व लुधियाना में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) नरेंदर सिंह धालीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में सामूहिक पीसीएस अधिकारियों के सामूहिक अवकाश पर जाने वाले अधिकारियों को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अल्टीमेटम दिया है। मुख्यमंत्री ने हड़ताल को गैर कानूनी बताते हुए 2 बजे तक ड्यूटी पर वापस आने के लिए कहा है। हालांकि, दोपहर के 2 बजने के बाद भी कई अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं लौटे हैं।
जालंधर (Illegal Strike) में पीसीएस अधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त मेजर डॉ अमित महाजन 2 बजे के बाद भी कार्यालय नहीं पहुंचे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद जिला प्रशासकीय कंपलेक्स में लोग काम करवाने के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं, जालंधर के अतिरिक्त उपायुक्त डेवलपमेंट वरिंदर सिंह बाजवा भी 2 बजे के बाद भी अपने कार्यालय में नहीं पहुंचे। इसके साथ ही जालंधर वन के एसडीएम डाक्टर जयइंदर सिंह पीसीएस का कमरा खाली है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने हड़ताल को गैर कानूनी बताते हुए 2 बजे तक ड्यूटी पर वापस आने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर अधिकारी 2 बजे तक ड्यूटी पर वापस नहीं आते है तो उन्हें सस्पेंड किया जाएगा।
इसी बीच, पीसीएस एसोसिएशन के प्रधान डॉ रजत ओबराय के साथ मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ए वेणु प्रसाद और मुख्य मंत्री के विशेष प्रिंसिपल सेक्रेटरी रवि भगत की बैठक हुई। इस बैठक के बाद ओबराय ने पीसीएस अधिकारियों के साथ क्लोज डोर बैठक की। अब एसोसिशन के 5 सदस्यों के साथ दोबारा वेणु प्रसाद के साथ बैठक होगी। पीसीएस एसोसिएशन की तरफ से बात करने के लिए ये 5 सदस्य बनाए गए है। ये सदस्य रजत ओबराय, सुखप्रीत सिद्धू, अंकुर महेंद्रू, हरजीत सिंह और सकतार सिंह बल (Illegal Strike) हैं।