Illegal Bangladeshi Citizen In Chhattisgarh : बांग्लादेशी नागरिक और महिला पर एफआईआर, जानिए क्या है मामला

Illegal Bangladeshi Citizen In Chhattisgarh
Illegal Bangladeshi Citizen In Chhattisgarh : परलकोट क्षेत्र में वीजा समाप्त होने के बाद भी बांग्लादेशी नागरिक रह रहा था। मामला खुलने के बाद उस पर एफआइआर दर्ज की गई है। इसी तरह एक अन्य मामले में एक महिला ने भी गलत दस्तावेज पेश कर जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने का प्रयास किया, उसके खिलाफ भी कार्रवाई हुई है।
पहला मामला अनूपपुर पीव्ही 127 का है, जहां प्रशांत बैरागी और उनके बेटे सुकृति बैरागी 2022 में बांग्लादेश से वीजा पर भारत आए थे। (Illegal Bangladeshi Citizen in Chhattisgarh) वीजा 2023 में ही समाप्त होने के बाद भी दोनों यहीं रुक गए थे। प्रशांत बैरागी ने अपने बेटे का जन्म 2008 में हुआ, दिखाने के लिए फर्जी मार्कशीट, पंचायत और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से प्रमाण पत्र बनवाए। इन्हीं आधार पर पखांजूर तहसील में जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया। इस मामले में तहसीलदार कुलदीप सिंह ठाकुर ने जांच की तो पता चला कि वह बांग्लादेशी नागरिक हैं।
महिला का फर्जी दस्तावेज पेश करने का मामला
एक अन्य मामले में, पखांजूर निवासी मनीषा हिजड़ा ने भी फर्जी दस्तावेज पेश कर जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया। उसने स्वयं को एक जनवरी 1980 को पखांजूर में जन्मा बताया। इसके बाद नगर पंचायत ने मनीषा का जन्म प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। शिकायत मिलने के बाद जब प्रशासन ने जांच की, तो सामने आया कि महिला का भारतीय पासपोर्ट है, लेकिन उसमें उसका जन्म स्थान पश्चिम बंगाल का एक गांव दर्ज है। (Fake Birth Certificate Case in Chhattisgarh) जांच में यह भी पता चला कि मनीषा 2015 में पखांजूर आई थी और उसने जन्म प्रमाण पत्र के लिए जो दस्तावेज पेश किए थे, वे सभी फर्जी थे।
प्रशासन ने दोनों मामलों में कड़ी कार्रवाई की है। एक तरफ बांग्लादेशी नागरिक को वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी अवैध रूप से रहना पाया गया, वहीं दूसरी ओर महिला द्वारा जन्म प्रमाण पत्र के लिए पेश किए गए दस्तावेज पूरी तरह से गलत साबित हुए। (Chhattisgarh Police FIR)